पॉवरफुल बाइक्स के सेगमेंट में भारतीय बाजार में एकछत्र राज करने वाली रॉयल एनफील्ड की बिक्री में बीते एक साल के दौरान गिरावट आयी है। रॉयल एनफील्ड की बिक्री में यह गिरावट पिछले 12 सालों में सबसे ज्यादा है। माना जा रहा है कि रॉयल एनफील्ड की बिक्री में यह गिरावट बढ़ती प्रतिस्पर्धा और रॉयल एनफील्ड की बढ़ी हुई कीमतों के कारण आयी है। बीते साल भारतीय बाजार में जावा बाइक्स ने दस्तक दी है, जिसकी वजह से भी रॉयल एनफील्ड की बिक्री में कमी का अनुमान लगाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जावा बाइक्स ने उसी कीमत में बाइकें भारतीय बाजार में उतारी हैं, जिसमें रॉयल एनफील्ड की बाइक्स उपलब्ध हैं। जावा ने लुक्स और पॉवर के मामले में भी रॉयल एनफील्ड को कड़ी टक्कर दी है। यही वजह है कि अगले 9 माह तक के लिए जावा बाइक्स की बुकिंग हो चुकी है।
मनी कंट्रोल की एक खबर के अनुसार, आइशर मोटर्स, रॉयल एनफील्ड इसी कंपनी का प्रोडक्ट है, के सीईओ सिद्धार्थ लाल भी मानते हैं कि रॉयल एनफील्ड के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है और भविष्य में यह और भी बढ़ सकती है, लेकिन लाल, भारतीय बाजार में अपनी कंपनी की पकड़ के प्रति आश्वस्त भी दिखाई पड़ते हैं। सिद्धार्थ लाल का कहना है कि ‘रॉयल एनफील्ड, लीडर है, जिसका मजबूत वितरण और ऑफ्टरमार्केट नेटवर्क है। कंपनी का सर्विस बैकअप भी काफी स्ट्रॉन्ग है। नई कंपनियां आयी हैं और यकीनन और भी आएंगी। कुछ हमारी कॉपी करेंगी और कुछ अलग चीजें करेंगी। यही तो प्रतिस्पर्धा है।’
आइशर सीईओ के मुताबिक ‘हमारे पास बहुत अच्छी प्रोडक्ट लाइन और बड़े प्लान हैं। हम सही दिशा में हैं। वहीं दूसरों को हमें रेस से बाहर करने के लिए अभी काफी मेहनत करनी पड़ेगी। लाल के अनुसार, बीते 10 सालों में हमने काफी शानदार ग्रोथ की है। यही वजह है कि लोग आकर्षित होकर हमारे बाजार में उतर रहे हैं। शुरुआत में हमेशा हाइप मिलती है, क्योंकि नया प्रोडक्ट होता है, जिसे लेकर रोमांच रहता है, लेकिन हम मजबूती से टिके रहेंगे।’ बता दें कि 878 डीलर्स के साथ रॉयल एनफील्ड का देश में सबसे बड़ा डीलरशिप नेटवर्क है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में कंपनी ने अपनी डीलरशिप के आंकड़े को 900 तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।