एक अदद कार का सपना लगभग हर किसी का होता है और जब आप कार खरीद लेते हैं तो उसे सु​रक्षित रखने के लिए बीमा जरूर करवाते हैं। कार का बीमा करवाने के बाद ज्यादातर लोग निश्चिंत हो जाते हैं कि यदि कभी कोई अप्रिय घटना हुई, या फिर कार चोरी हुई तो बीमा कंपनी कार की पूरी कीमत अदा कर देगी। लेकिन ऐसा नहीं है, बीमा कंपनियां साधारण बीमा पॉलिसी पर कार की पूरी कीमत अदा नहीं करती हैं। तो आखिर कार चोरी होने की दशा में आपको पूरी कीमत कैसे मिलेगी? इस लेख में हम आपको इसी के बारे में बताएंगे।

सामान्य तौर पर कार खरीदते वक्त लोग स्टैंडर्ड मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं। इसी पॉलिसी के तहत कार की इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) तय की जाती है। बीमा कंपनी इसी IDV के आधार पर कार चोरी होने की दशा में आपको मुआवजा देती है। ये रकम आपकी कार की वास्तविक कीमत के मुकाबले कम होती है।

कैसे तय होता है IDV: दरअसल, जब आप स्टैंडर्ड मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं तो उस दशा में कार की वास्तविक कीमत में डेप्रिसिएशन वैल्यू को घटाए जाने के बाद ही IDV तय की जाती है। मसलन, अगर आपकी कार 6 महीने या उससे कम पुरानी है तो कार की कीमत में 5 प्रतिशत डेप्रिसिएशन वैल्यू घटाया जाता है। यदि कार 6 महीने से ज्यादा और 1 साल से कम पुरानी है तो 15 प्रतिशत डेप्रिसिएशन वैल्यू घटाया जाता है।

 

ये कार के पुराने होने की स्थिति में बदलता रहता है और यही रकम बीमा कंपनी कार चोरी होने की दशा में आपको मुआवजे के तौर पर देती है। यदि आप नई कार खरीदते हैं और उसकी कीमत 8 लाख रुपये है तो डेप्रिसिएशन वैल्यू 5 प्रतिशत घटाकर IDV तय की जाएगी। इस हिसाब से 6 महीने के भीतर कार चोरी होने की दशा में आपको महज 7.6 लाख रुपये ही बीमा कंपनी देगी।

कैसे मिलेगी पूरी रकम: ऐसा नहीं है कि आप बीमा कंपनी से कार चोरी होने की दशा में पूरी रकम नहीं पा सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको कार की पॉलिसी खरीदते समय ‘रिटर्न टू इनवॉयस एड ऑन’ लेना जरूरी होता है। यदि आप कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ रिटर्न टू इनवॉयस एड-ऑन भी खरीद लेते हैं तो इस दशा में आपको पूरी रकम मिलेगी। यहां तक की आपकी कार चोरी हो, या फिर किसी दुर्घटना इत्यादि में पूरी तरह से नष्ट हो जाए तो भी बीमा कंपनी आपको नई कार देती है। इसके अलावा बीमा कंपनी आपको दी जाने वाली नई कार के लिए बेसिक इंश्योरेंस, ​रजिस्ट्रेशन चार्ज, रोड टैक्स इत्यादि का भी भुगतान भी स्वयं करती है।