देश मे आज जहां लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ बढ़ रहे हैं, वही Volvo cars भारत मे लिए बिना ड्राइवर वाली गाड़ियों पर काम कर रही है। स्वीडिश कार निर्माता ने इस बात की घोषणा की है कि उसके नेक्सट जेनरेशन मॉडल्स को SPA2 तकनीक पर तैयार किया जाएगा। जो हाइवे पर ड्राइव सॉफ्टवेयर की मदद से अपने आप चलेंगी। वोल्वो ने घोषणा की है कि इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए वह ऑटोनोमस ड्राइविंग तकनीक को जल्द से जल्द तैयार करेगी।

बता दें, Zenuity नाम की असिस्टेड और ऑटोनॉमस ड्राइविंग सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी ने Volvo Cars और Veoneer के बीच 50-50 के जाइंट वेंचर पर साइन किए हैं। जिसमें Veoneer मोटर वाहनों के लिए सुरक्षा उपकरण को तैयार करती है। इस टेक्नोलॉजी को गति देने में तीनों कंपनियां मिलकर काम करेंगी। वहीं वोल्वो कार्स अपनी नेक्ट जेनरेशन कारों को राजमार्गों पर सुरक्षित बिना लाइसेंस वाली बिना ड्राइवर वाली कारों को जल्द से जल्द लॉनच करेगा।

वोल्वो कार्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हाकान सैमुएलसन ने कहा कि ” जिन कंपनियों के साथ वेंचर किया गया है, उनके साथ मिलकर हम जल्द से जल्द इस तरह की कारों का विकास करने में सक्षम होंगे। वही जेनयूआईटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेनिस नोबेलियस ने कहा कि “नई कंपनियां मिलकर सुरक्षित और आरामदायक बिना ड्राइवर वाली कार के लिए ड्राइव सॉफ्टवेयर को बनाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि “हम मानते हैं कि भविष्य में इस तरह की गाड़ियों के लिए सीमित सॉफ्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म ही उपलब्ध होंगे, और हम इनमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं।

बता दें, भारत में ऑटो एक्सपो के 15वें एडिशन का आयोजन हाल ही में दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में किया गया। जिसमें कई कंपनियों ने अपनी फ्यूचर कारों से पर्दा उठाया है। जिसमें इस बार फ्रांस की कार निर्माता कंपनी रेनो ने अपनी इलेक्ट्रिक ऑटोनोमस कॉन्सेप्ट को पेश किया। इस कॉन्सेप्ट का नाम “Symbioz” रखा गया है। जिसे सबसे पहले 2017 में Frankfurt Motor Show में दिखा गया था।