Coronavirus Impact: दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। इस वायरस से बचने के लिए सबसे बड़ा उपाय लॉक डाउन और सोशल डेस्टेंसिंग को माना जा रहा है। सोशल डिस्टेंस को लेकर देश और दुनिया में लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि लोग एक दूसरे से दूरी बना कर रखें और इस वायरस को फैलने से रोका जा सके। वहीं प्रमुख वाहन निर्माता Mercedes-Benz और Volkswagen जैसी कंपनियों ने सोशल डिस्टेंस का मैसेज देने का एक नायाब तरीका ढूंढ़ा है।

जर्मनी की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Volkswagen ने अपने लोगो को मॉडिफाई किया है। इस कंपनी के लोगो को V और W को मिलाकर बनाया गया है। जो कि दो अलग अलग शब्द हैं। दअसल इस कंपनी का नाम Volks और Wagen दो शब्दों से मिलकर बना है। फॉक्स का अर्थ होता है जनता और वैगन का अर्थ होता है वाहन। कंपनी ने कोरोना वायरस के प्रति लोगों को सजग करने के लिए अपने लोगो में दोनों अक्षरों को दूर दूर कर पेश किया है।

वहीं Mercedes-Benz दुनिया भर में अपने थ्री प्वाइंटेड स्टार वाले लोगो के लिए मशहूर है। इसके तीन कोने वाले स्टार को देखकर कोई भी आसानी से पहचान सकता है। इसके वास्तविक लोगो में यह स्टार एक राउंड शेप के गोले के भीतर बनाया गया है। लेकिन कोरोना वायरस के दौरान सोशल डिस्टेंस का अर्थ समझाने के लिए कंपनी ने इस स्टार को इस गोले के स्पर्श से दूर रखा है।

जर्मनी की एक और लग्जरी कार निर्माता कंपनी Audi ने भी सोशल डेस्टेंसिंग का मैसेज देने के लिए बेहतर रास्ता चुना है। कंपनी ने अपने चार छल्लों वाले लोगो को मॉडिफाई किया है। आपको बता दें कि, इस लोगो में प्रयोग किए गए यह चारो छल्ले दरअसल, चार अलग अलग कंपनियों का प्रतीक हैं। जिसमें ऑडी, डीकेडब्ल्यू, हॉर्स और वांडरर शामिल हैं। इन चारो कंपनियों का साल 1932 में Audi AG में विलय हुआ था। कंपनी के वास्तविक लोगो में यह चारो छल्ले जुड़े होते हैं लेकिन लोगों तक सोशल डिस्टेंस का मैसेज पहुंचाने के लिए कंपनी ने इन छल्लो को अलग अलग दिखाया है।

बता दें कि, कोरोना वायरस का संक्रमण दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है। ताजा जानकारी के अनुसार इस भयावह बीमारी ने दुनिया भर में अब तक 7.8 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में लिया है। इसके अलावा तकरीबन 37 हजार से ज्यादा लोग दुनिया भर में इस बीमारी से जान गवां चुके हैं। भारत में भी यह बीमारी तेजी से अपने पांव पसार रही है अब तक इसके 1,250 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और यहां पर 40 लोगों की मौत हो चुकी है।