Auto Loan Installment: दुनिया के कई देशो को अपनी चपेट में लेने के बाद भारत में कोरोना वायरस एक भयावह बीमारी के रूप में अपने पैर पसार चुका है। इस बीमारी के कारण आज देश की करीब 1.3 बिलियन जनता अपने घरों में कैद है। जिसके कारण आर्थिक पहिये ने भी घूमना बंद कर दिया है। नतीजतन, सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को फाइनेंशियल तौर पर राहत देने के लिए कदम बढ़ाया है। जो लॉकडाउन के खत्म होने तक लोगों पर किसी तरह का बोझ नहीं पड़ने देगा।

बता दें, आम आदमी के लिए आरबीआई ने सभी लोन कृषि,खुदरा और फसल ऋण, एजुकेशन, होम,ऑटो लोन की ईएमअई को तीन महीने तक बढ़ाने की घोषणा की है। इसके अंतर्गत न सिर्फ सरकारी बैंक बल्कि सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, छोटे वित्त बैंक, सहकारी बैंक, अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान, और NBFC (हाउसिंग फाइनेंस कंपनी सहित लोन उपलब्ध कराने वाली सभी संस्थाएं शामिल हैं। यानी अब ग्राहकों को 1 मार्च 2020 से 31 मई 2020 के बीच आने वाली ऑटो लोन की सभी किश्तों पर आरबीआई की तरफ से तीन महीने की मोहलत देने की अनुमति है। हालांकि आरबीआई की तरफ से तो यह घोषणा कर दी गई है, लेकिन इसका निर्णय अब पूरी तरह से लोन संस्थाओं के हाथ में है।

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि क्या बैंक इस गाइउलाइन को पूरी तरह से अपनाते हैं या यह नियम सिर्फ कुछ जरूरतमंदो पर लागू करते हैं। फिलहाल आपको बता दें, ग्राहकों के मन में ईएमआई को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं कि आखिर उनके ईएमआई न देने से कहीं उनका ​क्रेडिट स्कोर तो कम नहीं हो जाएगा, कहीं बैंक तीन महीने बाद उनसे तीनों महनों की ईएमआई का भुगतान करने को तो नहीं कहेगा। या फिर इस तीन महीनों की ईएमआई पर दी जाने वाली छूट सिर्फ कुछ लोगोंं के लिए ही होगी। रिपोर्ट के मुताबिक बैंक वर्तमान में नियामक द्वारा जारी अधिसूचना का अध्ययन कर रहे हैं और जल्द ही अपने सभी ग्राहकों को इस का विवरण भेजेंगे।

आपको बता दें, बैंक अभी इन सभी तथ्यों पर विचार कर रहा है और जल्द ही इसके बारे में घोषणा की जाएगी। लेकिन यहां ध्यान दिया जाना चाहिए कि अगर आप को अपनी ईएमआई में तीन ​महीने की छूट मिलती है तो इसका असर ना तो आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ेगा न ही आपके बैंक अकाउंट से आपकी बिना मर्जी के इसका पैसा काटा जाएगा। वहीं लोन के ब्याज दर को भी तीन महीनें तक के लिए रोक दिया जाएगा। यानी तीन महीने का ब्याज भी आपके लोन अमाउंट पर नहीं पड़ेगा।