देश एक बार फिर बजट का इतंजार बेसब्री से कर रहा है। एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने जा रही हैं। ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट रहने जा रहा है, ऐसे में उम्मीदें तो कई तरह की लगाई जा रही हैं। लेकिन ये भी एक सच है कि चुनाव की वजह से ज्यादा बड़े ऐलान होते नहीं दिखने वाले हैं। फिर भी कई सरकारी कर्मचारियों के मन में एक सवाल जरूर आ रहा है- क्या उनकी सैलरी में बढ़ोतरी होने वाली है?
असल में सरकारी कर्मचारी लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार आठवें वेतन आयोग को लागू कर दे, अगर ऐसा हो जाता है तो इसका सीधा फायदा देश के 1 करोड़ से भी ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को होगा जिनकी सैलरी में इजाफा देखने को मिलेगा। लेकिन सरकार ने अभी के लिए ये साफ कर रखा है कि वो इस पर कोई विचार नहीं कर रही है। अब बजट के समय भी निर्मला सीतारमण का यहीं रुख रहता है और चुनाव को देखते हुए इस वर्ग के लिए कोई गुड न्यूज भी आ सकती है।
वैसे सरकार अभी इस मूड में तो नहीं दिख रही है, लेकिन पिछले अनुभव बताते हैं कि हर दस साल बाद किसी भी आयोग को लागू कर दिया जाता है। पिछली बार सातवें वेतन आयोग को भी इसी तरह से लागू किया गया था। तब सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा इजाफा देखने को मिला था। अब इसी कड़ी में अगर आठवां वेतन भी लागू कर दिया जाता है तो छोटे से लेकर टॉप लेवल अधिकारी तक की सैलरी में बड़ा इजाफा देखने को मिलेगा।
यहां ये समझना जरूरी है कि कर्मचारियों का वेतन पे स्केल के भत्ते और कमीशन के आधार पर तय किया जाता है। अगर आठवां वेतन भी आता है तो उस स्थिति में भी इसी प्रक्रिया को फॉलो किया जाएगा। वैसे सरकारी कर्मचारियों के लिए इस समय राहत की बात सिर्फ ये है कि चुनाव के वक्त ये बजट आ रहा है। ऐसे में उम्मीद जरूर की जा सकती है कि कोई लुभावना वादा संभव है।
