बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट (बीआईएस) ने आगाह करते हुए कहा कि चीन का बैंकिंग क्षेत्र आसन्न ऋण संकट का सामना कर सकता है। इससे विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के समक्ष संकट पैदा होगा जिसका असर वैश्विक वित्तीय प्रणाली पर पड़ सकता है। बीआईएस को केंद्रीय बैंकों का केंद्रीय बैंक कहा जाता है। उसने कहा कि साल की पहली तिमाही में चीन का कर्ज रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। स्विट्जरलैंड के बैंक ने रविवार (18 सितंबर) को जारी तिमाही रिपोर्ट में कहा कि चीन के कर्ज का जीडीपी अनुपात 2016 की पहली तिमाही में 30.1 प्रतिशत पर पहुंच गया जो अबतक का उच्च स्तर है। यह 10 प्रतिशत से कहीं अधिक है जिसे देश की बैंक प्रणाली के लिए जोखिम के रूप में देखा जाता है। बीएसआई ने आगाह करते हुए कहा कि इससे अगले तीन साल में देश को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ सकता है।
‘चीन को करना पड़ सकता है ऋण संकट का सामना’
चीन के कर्ज का जीडीपी अनुपात 2016 की पहली तिमाही में 30.1 प्रतिशत पर पहुंच गया जो अबतक का उच्च स्तर है।
Written by एएफपी
बीजिंग
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First published on: 19-09-2016 at 18:00 IST