Unacademy वर्तमान में भारत की शीर्ष एड-टेक कंपनियों में से एक है। इस कंपनी ने पिछले 5-6 वर्षों में अभूतपूर्व सफलता देखी है। इंजीनियर से व्यवसायी बने गौरव मुंजाल के YouTube चैनल ने इस व्यावसायिक साम्राज्य की नींव के रूप में काम किया। लेकिन एक व्यक्ति जिसे Unacademy को 26,000 करोड़ रुपये की कंपनी बनाने का श्रेय भी मिलना चाहिए, वह डॉक्टर और पूर्व IAS अधिकारी रोमन सैनी हैं।
रोमन सैनी ने 18 की उम्र में पास की एम्स की परीक्षा
रोमन सैनी निस्संदेह भारत के सबसे तेज दिमागों में से एक हैं। रोमन सैनी 18 साल की उम्र में प्रतिष्ठित एम्स प्रवेश परीक्षा पास करने में सफल रहे। फिर उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास की और 22 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बन गए। उन्होंने IAS परीक्षा में पूरे देश में 18वां रैंक हासिल किया था। रोमन सैनी को मध्य प्रदेश में जिला कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था।
हालांकि रोमन सैनी आईएएस अधिकारी बनकर संतुष्ट नहीं थे और एक उद्यमी बनना चाहते थे। 2015 में उन्होंने आईएएस अधिकारी का पद छोड़ दिया और फिर गौरव मुंजाल और हेमेश सिंह के साथ Unacademy की स्थापना की। तीनों ने Sorting Hat Technologies को लॉन्च किया और बनाया, जो कि Unacademy का पैरेंट ऑर्गेनाइजेशन है।
Unacademy हजारों IAS उम्मीदवारों को YouTube के माध्यम से UPSC परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद करता है। Unacademy के पीछे का विचार यूपीएससी कोचिंग कक्षाओं के लिए एक मंच प्रदान करना था, जिसमें छात्रों को लाखों रुपये खर्च करने की आवश्यकता न हो। बता दें कि एक ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म है, जहां आईएएस समेत 35 अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराई जाती है। यू-ट्यूब और ऐप पर अनएकेडमी युवाओं के बीच काफी पॉपुलर है।
डीएनए की रिपोर्ट के अनुसार गौरव मुंजाल ने 2022 में UNAcademy के सीईओ के रूप में 1.58 करोड़ लिए। वहीं हेमेश सिंह को 1.19 करोड़, जबकि रोमन सैनी को 88 लाख की सैलरी मिली।
गरीबी बहुत खतरनाक चीज- रोमन सैनी
एक बार न्यूज़ 18 से बात करते हुए रोमन सैनी ने कहा था कि साल 2011 में जब मैं एक डॉक्टर के रूप में कुछ मेडिकल कैंप में गया तो मुझे महसूस हुआ कि गरीबी बहुत खतरनाक चीज है। उन्होंने कहा था कि लोगों में उनकी सेहत, साफ-सफाई और पानी की समस्या को लेकर जागरुकता का अभाव था। ये मूल समस्याएं हैं, जिनका निदान करना आवश्यक है।
