बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद के मालिकाना हक वाली कंपनी रुचि सोया के शेयरों में बीते 104 दिनों में जोरदार उछाल देखने को मिला है। पिछले ही साल एक समय पर दिवालिया हो चुकी इस कंपनी के शेयरों में 8,400 फीसदी का उछाल आया है। दिसंबर 2019 में इस कंपनी के दिवालिया प्रक्रिया से गुजरने के बाद पतंजलि ने इसका अधिग्रहण कर लिया था। 27 जनवरी को कंपनी की शेयर मार्केट में एक बार फिर से लिस्टिंग हुई थी, जिसके बाद से अब तक 104 ट्रेडिंग सेशंस में कंपनी के शेयरों में 8400 पर्सेंट का इजाफा हुआ है। अब कंपनी के शेयरों का रेट 16.9 रुपये से बढ़कर 1,431 रुपये हो गया है। हालांकि मंगलवार को 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है और कंपनी का शेयर 1,371 रुपये का हो गया है।

शेयर मार्केट के जानकारों के मुताबिक रुचि सोया के स्टॉक में उछाल की बड़ी वजह यह है कि कंपनी के 99.03 फीसदी यानी 29 करोड़ शेयर पतंजलि ग्रुप की 15 कंपनियों के पास ही हैं। महज 0.97 प्रतिशत शेयर (28 लाख) ही निवेशकों के लिए उपलब्ध हैं। हर दिन 10 से 15 हजार शेयरों का ही कारोबार होता है और निवेशकों के लिए इन्हें हासिल करना मुश्किल होता है। यही वजह है कि रुचि सोया के शेयरों में तेजी से ग्रोथ देखने को मिल रही है।

जानकारों के मुताबिक रुचि सोया के शेयर बेहद कम हैं और हर कोई इसमें निवेश करना चाहता है। इस वजह से इसमें लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। हालांकि शेयर मार्केट के एनालिस्ट्स का कहना है कि इस बात की जांच कराई जानी चाहिए कि आखिर वे कौन निवेशक हैं, जो रुचि सोया के शेयरों को खरीदना चाहते हैं। मार्केट एनालिस्ट अंबरीश बालिगा ने कहा कि सेबी को रुचि सोया के शेयरों में इतनी तेजी की जांच करनी चाहिए।

गौरतलब है कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज करने वाली दवा बनाने के दावे के चलते विवादों में है। पिछले मंगलवार को बाबा रामदेव और कंपनी के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कोरोनिल नाम से दवा लॉन्च करते हुए दवा किया था कि इससे कोरोना के मरीज ठीक हो सकते हैं। हालांकि उत्तराखंड के आयुष विभाग के नोटिस के जवाब में इस बात से पलटते हुए पतंजलि ने कहा है कि उसने इस तरह की कोई दवा तैयार नहीं की है।