पतंजलि आयुर्वेद के मुखिया बाबा रामदेव और कंपनी के सीईओ आचार्य बालकृष्ण अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। आमतौर पर सफेद लुंगी और कुर्ता में नजर आने वाले आचार्य बालकृष्ण बेहद लोप्रोफाइल रहते हैं और अकसर चर्चा से परे रहते हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में देश के अमीरों में 18वें पायदान पर रखे गए आचार्य बालकृष्ण की दौलत 46,800 करोड़ रुपये है। हालांकि इसके बाद भी लग्जरी लाइफ से परे रहते हैं, लेकिन दो ऐसी चीजें वह इस्तेमाल करते हैं, जो दुनिया के टॉप ब्रांड्स में शामिल हैं। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक आचार्य बालकृष्ण रेंज रोवर कार से चलते हैं। इस कार को लेकर पूछे गए सवाल पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा था, ‘यह कार की बात नहीं है, लेकिन यह सेफ है।’
उन्होंने कहा कि मुझे इस कार को खरीदने के लिए फोर्स किया गया था। आमतौर पर हमें लंबी यात्राएं करनी पड़ती हैं और ऐसे में यह जरूरी है कि आपके पास एक मजबूत वाहन हो। मैं महंगी चीजों को लेकर ज्यादा परवाह नहीं करता हूं। आचार्य बालकृष्ण इस कार से ही अपने घर से ऑफिस आते-जाते हैं। यही नहीं वह आमतौर पर एक फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं।
हालांकि उनके पास एक आईफोन भी है। बाबा रामदेव और आचार्य़ बालकृष्ण ने कारोबारी दुनिया में 1995 में कदम रखा था और दिव्य फार्मेसी की स्थापना की थी। इसके बाद दोनों ने मिलकर 2006 में पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना की थी। आज इस कंपनी का सालाना टर्नओवर 10,000 करोड़ रुपये के करीब है। आचार्य बालकृष्ण की पतंजलि आयुर्वेद में 98.5 पर्सेंट की हिस्सेदारी है।
पतंजलि आयुर्वेद की प्लानिंग में आचार्य बालकृष्ण की अहम भूमिका रहती है। इसके अलावा वह पतंजलि समूह की ओर से स्थापित पतंजलि यूनिवर्सिटी के कुलपति भी हैं। पतंजलि आयुर्वेद की कामयाबी में अहम भूमिका निभाने वाले बालकृष्ण ने शुरुआती शिक्षा गुरुकुल से ली थी। मौजूदा दौर में शायद वह पहले ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने गुरुकुल से शुरुआती पढ़ाई की और अब यूनिवर्सिटी के कुलपति हैं। कहा जाता है कि उन्होंने वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से हाई स्कूल और ग्रैजुएशन की डिग्री ली है।