Axis Bank-Citi Bank Acquisition: मार्च की शुरुआत बैंकिंग जगत में एक बड़े बदलाव के साथ हुई है। पिछले काफी समय से निजी सेक्टर की एक्सिस बैंक (Axis Bank) और सिटी बैंक (Citibank) के बीच रिटेल कारोबार को लेकर अधिग्रहण की तैयारी चल रही थी। अब इसे पूरा कर लिया गया है। सिटी बैंक का रिटेल कारोबार अब एक्सिस बैंक के पास रहेगा। इसे सौदे को 1.41 बिलियन डॉलर (11,630 करोड़ रुपये) में पूरा किया गया है। इस अधिग्रहण के बाद एक्सिस बैंक अब आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) जैसे बड़े प्रतिद्वंदियों को टक्कर दे सकेगी।
1902 में शुरू किया था कारोबार
सिटी बैंक ने भारत में अपना कारोबार 1902 में कोलकाता से शुरू किया था। बता दें कि कुछ ही दिन पहले सिटी बैंक ने कोलकाता के चौरंगी रोड पर अपने लैंडमार्क कनक बिल्डिंग कार्यालय से अपना साइनबोर्ड हटा लिया था। यहीं से सिटी बैंक ने सबसे पहले अपना कारोबार शुरू किया था। 1 मार्च से ही सिटी बैंक का होम और पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड और बीमा कारोबार अब एक्सिस बैंक के नियंत्रण में आ गया है।
एक्सिस बैंक पर डील से क्या होगा असर?
भारत में सिटी बैंक के करीब 30 लाख ग्राहक है। इस डील के साथ ही एक्सिस बैंक की बैलेंस शीट में भी करीब 57 फीसदी का इजाफा होगा। 2021 में सिटी बैंक ने भारत समेत 13 देशों में रिटेल बिजनेस से बाहर निकलने का फैसला लिया था। भारत में सिटी बैंक 1985 से रिटेल सेक्टर में कारोबार कर रहा है। देशभर में इसकी 35 ब्रांच मौजूद हैं जिसमें करीब 4 हजार कर्मचारी काम करते हैं।
ग्राहकों को क्या होगा फायदा?
इस फैसले के बाद ग्राहकों को भी काफी फायदा मिलेगा। सिटी बैंक की शाखाओं में अब वह अपने काम करा सकेगा। कार्ड लेनदेन के मामले में भी सिटी बैंक देश की प्रमुख बैंक में से एक है। आरबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2.5 मिलियन सिटीबैंक क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं द्वारा 3,000 करोड़ रुपये का लेनदेन किया जाता है। दोनों बैंकों ने कहा है कि ग्राहकों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि ग्राहकों को फिर से नो योर कस्टमर (केवाईसी) रूटीन से गुजरना होगा।