How to use Credit Card: यदि आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी हो सकती है। आमतौर पर क्रेडिट कार्ड यूजर शॉपिंग करते हैं और बिल आने पर उसका मिनिमम बैलेंस या फिर पूरी राशि चुका देते हैं। बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती। कई बार हम बिना प्लानिंग के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं और जरूरत से ज्यादा बिल बन जाता है या फिर ओवरचार्जिंग होने लगती है। आइए जानते हैं क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने की बारीकियां…

सबसे जरूरी है बिलिंग पीरियड के बारे में जानना: यदि आप क्रेडिट कार्ड के बिलिंग पीरियड के बारे में जानते हैं तो आपके लिए खर्चों की प्लानिंग करना आसान होगा। आपका बैंक आपको ईमेल या मेसेज पर क्रेडिट कार्ड का बिल 25 से 31 दिन के दौरान भेजता है। यदि आप इस बात को ध्यान में रखते हैं तो जरूरत के हिसाब से खर्च कर सकेंगे और तारीख का ध्यान रखेंगे ताकि एक ही पीरियड में बड़ा बिल न आ सके। बिलिंग पीरियड का अर्थ उन दो तारीखों से है, जिनके दौरान की गई खरीददारी या खर्चों का बिल आपके पास आता है।

क्या होता है बिलिंग पीरियड: मान लीजिए आपका क्रेडिट कार्ड बिल हर महीने की 10 तारीख को आता है तो इसका अर्थ यह हुआ कि आपका नया महीना 11 तारीख से शुरू होगा और 10 तारीख तक चलेगा। इस दौरान आपकी ओर से की गई ट्रांजेक्शंस आपके बिल में दिखेंगी। इसमें शॉपिंग, नकद निकासी, पेमेंट और अन्य तमाम खर्चें शामिल होंगे। हालांकि अलग-अलग कार्ड का बिलिंग पीरियड भी अलग होता है। कई बार यह 27 दिन का होता है और कई बार 31 दिन इसका पीरियड होता है।

क्या मिनिमम पेमेंट करना सही है?: किसी एक बिलिंग पीरियड में यदि आप क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो आपका बिल अधिक आना स्वाभाविक है। असल समस्या तब शुरू होती है, जब आप फुल पेमेंट ही नहीं बल्कि मिनिमम पेमेंट करना भी मिस कर देते हैं। इस पर आपको 1,000 रुपये तक की पेनल्टी चुकानी पड़ सकती है। हालांकि आपको मिनिमम पेमेंट से बचना चाहिए। इसकी वजह यह है कि एक बार मिनिमम पेमेंट कर देते हैं तो फिर बचा हुआ बैलेंस अगले बिल में आता है और उस पर भी इंटरेस्ट जारी रहता है।