August CPI inflation: अगस्त में सीपीआई महंगाई दर (खुदरा मुद्रास्फीति) बढ़कर 2.07% हो गई, जो पिछले महीने की तुलना में 46 बेसिस प्वॉइंट ज्यादा है। अगस्त में खाद्य कीमतों में सालाना आधार पर 0.69% की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, जुलाई में इसमें 1.76% की तेज बढ़ोतरी देखी गई थी।
सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (MOSPI) के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त महीने में हेडलाइन महंगाई और खाद्य महंगाई में बढ़ोतरी मुख्य रूप से सब्जियों, मांस और मछली, तेल और वसा, पर्सनल केयर, अंडा आदि की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से हुई।
आज शुक्रवार (12 सितंबर, 2025) को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। इससे पिछले महीने जुलाई में यह 1.61 प्रतिशत थी। हालांकि सालाना आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति में कमी आई है। बीते वर्ष अगस्त में यह 3.65 प्रतिशत थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने कहा, ”अगस्त 2025 के दौरान सकल मुद्रास्फीति और खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि मुख्य रूप रूप से सब्जियों, मांस और मछली, अंडे, तेल और वसा, व्यक्तिगत देखभाल और खाद्य उत्पादों के महंगा होने के कारण हुई।”
कितनी रही ग्रामीण महंगाई दर?
अगस्त में ग्रामीण महंगाई दर 1.69% रही जो जुलाई में 1.18% थी। अगस्त में ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य मुद्रास्फीति -0.70% थी जो पिछले महीने में -1.74% से कम थी।
सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक को दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ मुद्रास्फीति चार प्रतिशत पर बनाये रखने की जिम्मेदारी दी हुई है।