1976 में शुरू हुई दिग्गज कंपनी एपल ने सभी बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए इतिहास रच दिया है। बता दें कि सोमवार को एपल की मार्केट वैल्यू 3 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गई। यह अबतक की सबसे अधिक वैल्यू है। आईफोन और आईपैड बनाने वाली दिग्गज टेक कंपनी की मार्केट वैल्यू अब कई देशों की जीडीपी से आगे निकल गई है।
चार देशों की जीडीपी: बता दें कि तीन ट्रिलियन की कंपनी बनने के बाद एपल की मार्केट वैल्यू भारत और ब्रिटेन की जीडीपी से अधिक है। इस मामले में सबसे अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी के बाद एपल पांचवें नंबर पर है। बता दें कि नॉमिनल जीडीपी 20.9 ट्रिलियन डॉलर है। वहीं चीन 14.7 ट्रिलियन डॉलर, जापान की 5.1 ट्रिलियन डॉलर और चौथे नंबर पर जर्मनी 3.8 ट्रिलियन डॉलर है।
भारत का नंबर: इसके अलावा ब्रिटेन की जीडीपी 2.83 ट्रिलियन डॉलर है। वहीं भारत 2.72 ट्रिलियन डॉलर के साथ सातवें नंबर पर है। वहीं कोरोबार के लिहाज से देखें तो एपल अब नेटफ्लिक्स, नाइकी, एक्सॉन मोबिल, वॉलमार्ट, डिज़्नी, कोका-कोला, एटीएंडटी, गोल्डमैन सैक्स, बोइंग, कॉमकास्ट, मॉर्गन स्टेनली, मैकडॉनल्ड्स, आईबीएम और फोर्ड की तुलना में काफी आगे है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक एपल की शुरुआत 1976 में शुरू हुई थी। वहीं अगस्त 2018 तक कंपनी ने एक ट्रिलियन डॉलर का जादुई आंकड़ा छू लिया था। उसे यह उपलब्धि हासिल करने में 42 साल का लंबा वक्त लगा। हालांकि एपल को 2 ट्रिलियन डॉलर के लिए दो साल का इंतजार करना पड़ा। वहीं तीन ट्रिलियन मार्केट वैल्यू पूरा करने में कंपनी ने सिर्फ 16 महीने और 15 दिन लगाया।
बता दें कि एपल के अलावा टेक की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भी इस साल की शरुआत में एपल के 3 ट्रिलियन डॉलर क्लब में शामिल हो सकती है। सामने आई जानकारी के मुताबिक कंपनी को सबसे अच्छा फायदा लॉकडाउन के दौरान ही हुआ। इस अवधि के दौरान काम, शिक्षा, मनोरंजन से जुड़े रहने के लिए लोगों में प्रौद्योगिकी की मांग बढ़ी थी। ऐसे में एपल को अच्छा मुनाफा हुआ।