इसी महीने ये खबर आई थी कि कर्ज में डूबे अनिल अंबानी (Anil Ambani) की रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड (RNEL) को खरीदने की रेस में देश के दिग्गज कारोबारी जिंदल परिवार भी शामिल है।

दरअसल, नवीन जिंदल के स्वामित्व वाले JSPL समूह (Naveen Jindal owned JSPL group) ने अनिल अंबानी की कंपनी में दिलचस्पी दिखाई है। आपको बता दें कि नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) की गिनती दुनिया के दिग्गज कारोबारियों में होती है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स की रियल टाइम नेटवर्थ रैंकिंग पर गौर करें तो सावित्री जिंदल 289वें पायदान पर हैं। सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) की कुल संपत्ति 8.53 बिलियन डॉलर आंकी गई है।

संपत्ति के मामले में सावित्री जिंदल (Savitri Jindal Networth) से आगे गिने-चुने भारतीय अरबपति हैं। भारत की महिला अरबपतियों में सावित्री जिंदल का दबदबा लंबे समय से बरकरार है।

आपको बता दें कि जिंदल ग्रुप की नींव ओपी जिंदल ने रखी थी। वे हिसार से विधायक भी रहे। ओपी जिंदल की मृत्यु के बाद सावित्री जिंदल ने ग्रुप की कमान संभाली। उनका जिंदल समूह स्टील, पावर, सीमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काम करता है।  ओपी जिंदल के चार बेटों – पृथ्वीराज जिंदल, सज्जन, रतन और नवीन ने कारोबार को आगे बढ़ाया है। परिवार के सबसे छोटे बेटे नवीन जिंदल हैं।

नवीन जिंदल की JSPL समूह अनिल अंबानी की जिस कंपनी को खरीदने की रेस में है उसपर 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। अनिल अंबानी की कंपनी को खरीदने की रेस में नवीन जिंदल की कंपनी के अलावा रूस सरकार के स्वामित्व वाले यूनाइटेड शिपबिल्डिंग कॉरपोरेशन और यूएस-आधारित फंड, इंटरअप भी शामिल हैं।

कर्ज में डूबे हैं अनिल अंबानी: आपको बता दें कि रिलायंस ग्रुप के मुखिया अनिल अंबानी (Anil Ambani) भारी कर्ज में डूबे हैं। अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कई कंपनियां बिक्री प्रक्रिया से गुजर रही हैं। इन्हीं में से एक रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड (RNEL) है। इसकी पैरंट कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर है। RNEL का पहले नाम रिलायंस डिफेंस एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड था।

अनिल अंबानी के रिलायंस समूह ने 2015 में पिपावाव डिफेंस एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग लिमिटेड का अधिग्रहण किया। आगे चलकर इसका नाम रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड (RNEL) कर दिया गया।