आर्थिक संकट से जूझ रहे अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप और बैंकों के बीच बकाया लोन को लेकर गतिरोध का मामला सामने आया है। वहीं, अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने अपना कर्ज कम कर लिया है।
ग्रुप की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस ने कहा है कि समूह पर भारतीय बैंकों और वित्तीय संस्थानों का करीब 26,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। भारतीय बैंकों, वेंडरों और अन्य ऋणदाताओं ने कंपनी पर करीब 86,000 करोड़ रुपये के बकाया का दावा किया है। फिलहाल कंपनी दिवाला प्रक्रिया में है।
ऋणदाताओं ने एनसीएलटी के समक्ष जो दावा किया है उसके अनुसार आरकॉम पर करीब 49,000 करोड़ रुपये, रिलायंस टेलीकॉम पर 24,000 करोड़ रुपये और रिलायंस इन्फ्राटेल पर 12,600 करोड़ रुपये का बकाया है। इस बीच, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने कहा कि उसने दिल्ली-आगरा (डीए) टोल रोड क्यूब हाइवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर को 3,600 करोड़ रुपये में बेचने की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
रिलायंस इंफ्रा ने बताया कि उसने डीए टोल रोड में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी क्यूब हाईवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेच दी है। रिलायंस इंफ्रा ने कहा कि इस बिक्री से मिली पूरी राशि का इ्स्तेमाल कर्ज चुकाने में किया जाएगा।
आपको बता दें कि रिलायंस इंफ्रा ने अपनी कुल देनदारियों को 20 फीसदी घटा दिया है। कंपनी के मुताबिक 17,500 करोड़ रुपये से 14,000 करोड़ रुपये कर दिया है।