कोरोना संकट से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन 4.0 के बीच अब सरकार ने हवाई यात्रा में ढील देने की अनुमति दे दी है। हालांकि अब हवाई सफर कोरोना के संकट के पहले की तरह नहीं होगा और मास्क, सैनिटाइजर और जांच समेत कई नियमों का पालन करना होगा। सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा। हालांकि 14 वर्ष से कम आयु वालों के लिए इसमें छूट दी गई है। इसके अलावा बेहद जरूरी होने पर ही एयरपोर्ट पर ट्रॉली का इस्तेमाल किया जा सकेगा। 25 मई से देश में घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू होने वाला है। ऐसे में यह जरूरी है कि फ्लाइट लेने के लिए जब आप एयरपोर्ट के लिए निकलें तो उससे पहले सभी नियमों के बारे में आपको पता हो। आइए जानते हैं, हवाई यात्रा के लिए तय हुए हैं कौन से 10 नए नियम…
– राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों के लिए सार्वजनिक परिवहन या फिर निजी टैक्सियों की पर्याप्त उपलब्धता हो।
– एयरपोर्ट में कार पार्किंग एरिया एवं शहर से जुड़े हिस्से की निगरानी की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस और सीआईएसएफ के स्टाफ की होगी। दोनों मिलकर सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे।
– एयरपोर्ट के लिए आने वाले या फिर जाने वाले वाहनों को सीटिंग के लिए तय नियमों का पालन करना होगा। सिर्फ निजी वाहन एवं तय टैक्सी सर्विसेज को ही परिसर के अंदर तक आने की अनुमति होगी।
– यात्रियों को फ्लाइट के टाइम से दो घंटे पहले एयरपोर्ट पर पहुंचना होगा। ऐसे यात्रियों को ही एयरपोर्ट में एंट्री मिलेगी, जिनकी फ्लाइट अगले 4 घंटों के दौरान है। सभी यात्रियों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क और ग्लव्स पहनकर रखना होगा।
– सभी यात्रियों को मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा। एंट्री गेट सीआईएसएफ और एयरपोर्ट स्टाफ इसकी चेकिंग करेगा। हालांकि 14 साल से कम आयु के बच्चों के लिए यह अनिवार्य नहीं है।
– एयरपोर्ट टर्मिनल में एंट्री से पहले यात्रियों को खुद ही बाहर थर्मल स्क्रीनिंग करानी होगी।
– बेहद जरूरी होने पर ही ट्रॉली का इस्तेमाल किया जा सकता है।
– वीलचेयर की मदद से आने वाले यात्रियों या फिर कम आयु वाले यात्रियों की स्टाफ मदद करेगा।
– सीटों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया जाएगा और खाली सीटों पर टेप लगा दी जाएगी। एयरपोर्ट के पूरे स्टाफ के पास पीपीई किट मौजूद होगी। खाने-पीने की चीजों की सभी दुकानें खुली रहेंगी।
– सभी हवाई अड्डों पर आइसोलेशन वॉर्ड की सुविधा होगी, जहां किसी भी तरह के लक्षण पाए जाने पर यात्रियों को रखा जाएगा।

