टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया ने बड़ी छंटनी की है। एयर इंडिया ने 180 से अधिक नॉन-फ्लाइंग स्टाफ को निकाला है। कंपनी ने बताया है कि जिन लोगों की नौकरी गई है वो वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) और नए सिरे से कौशल निखारने के मौकों (Reskilling) का इस्तेमाल नहीं कर पाए थे। एयर इंडिया में कुल 18,500 से अधिक कर्मचारी हैं।

एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा, फिटमेंट प्रक्रिया के हिस्से के रूप में गैर-उड़ान कार्यों में कर्मचारियों को संगठनात्मक आवश्यकताओं और व्यक्तिगत योग्यता के आधार पर भूमिकाएं सौंपी गई हैं। पिछले 18 महीनों में सभी कर्मचारियों का आकलन करने के लिए एक व्यापक प्रक्रिया का पालन किया गया है। इस दौरान कर्मचारियों को कई स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजनाएं और कौशल के अवसर भी प्रदान किए गए हैं।”

एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा, “हमारे कुल कर्मचारी के 1 प्रतिशत से भी कम लोग जो वीआरएस या रिस्किलिंग अवसरों का उपयोग करने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें हमें अलग होना होगा। हम इस प्रक्रिया के दौरान सभी संविदा दायित्वों का सम्मान कर रहे हैं।”

हालांकि एयरलाइन ने सटीक संख्या या छंटनी का खुलासा नहीं किया। जनवरी 2022 में एयरलाइन एयर इंडिया का टाटा समूह ने अधिग्रहण कर लिया था। टाटा ग्रुप द्वारा अधिग्रहण के बाद से एयर इंडिया के कई कर्मचारियों को वीआरएस की पेशकश की गई थी।

एयर इंडिया खुद को ग्लोबल एयरलाइन के तौर पर स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है। जब टाटा ग्रुप ने इसका अधिग्रहण किया था तब करीब 13000 एंप्लॉयी काम कर रहे थे लेकिन अब 18500 एंप्लॉयी काम कर रहे हैं। एयरलाइन लगातार युवाओं की हायरिंग कर रही है। एयर इंडिया ने कैंटिन सर्विस, हायजीन और एसी सर्विस स्टॉफ के लोगों को नौकरी से बाहर निकाला है। इससे पहले 12 मार्च को एयरलाइन ने 53 स्टॉफ को बाहर निकाला था।

एयर इंडिया एक्सप्रेस का बड़ा ऐलान

इससे पहले एयर इंडिया एक्सप्रेस ने किफायती दाम में फ्लाइट टिकट ऑफर का ऐलान किया था। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने चेक-इन बैगेज के बिना ट्रैवल करने वाले यात्रियों को डिस्काउंट पर टिकट देने का ऐलान किया है। Xpress Lite के जरिए यात्री एयर इंडिया एक्सप्रेस की टिकट को आम दाम की तुलना में छूट के साथ बुक कर सकते हैं।