अडानी ग्रुप का बाजार मूल्यांकन (Market Cap) छह महीने में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। शुक्रवार को इंट्राडे ट्रेडिंग में अडानी ग्रुप के निवेशकों की संपत्ति में 76,000 करोड़ रुपये से अधिक का इजाफा हुआ। हालांकि बाजार बंद होने तक कुछ शेयर्स में गिरावट आई और मार्केट कैप 45,150 करोड़ रुपये बढ़कर 10.96 लाख करोड़ पर बंद हुआ।

GQG पार्टनर्स और उसके सहयोगियों द्वारा अडानी पावर में 8,700 करोड़ रुपये या लगभग 1.1 बिलियन डॉलर की हिस्सेदारी खरीदने के बाद शेयर में शुक्रवार को भी बढ़त देखने को मिला। 16 अगस्त 2023 तक GQG पार्टनर्स और उसके सहयोगियों के पास 29.81 करोड़ शेयर या 7.73% हिस्सेदारी अडानी पावर में है।

अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड, अडानी टोटल गैस लिमिटेड, अडानी विल्मर लिमिटेड और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड सभी शुक्रवार को 3% से अधिक बढ़त के साथ बंद हुए।

शुक्रवार दोपहर अडानी समूह का बाजार पूंजीकरण (Market Cap) 76,026 करोड़ रुपये बढ़कर 11.26 लाख करोड़ रुपये हो गया। हालांकि बाद में ग्रुप के शेयरों में गिरावट आई और शुक्रवार को मार्केट बंद होने तक मार्केट कैप 45,150 करोड़ रुपये बढ़कर 10.96 लाख करोड़ रुपये हो गया।

अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड, जिसे पहले अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, उसके शेयर शुक्रवार को 6.4% बढ़कर बंद हुए। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर शुक्रवार को 3.93% चढ़ा, जिससे उसका बाजार मूल्यांकन 2,93,789 करोड़ रुपये हो गया।

बता दें कि करीब 2 हफ्ते पहले ही अडानी पोर्ट्स की ऑडिटिंग का काम डिलॉयट ने छोड़ दिया था। इसके बाद काफी बवाल हुआ था। डिलॉयट ने अपने बयान में कहा था कि उसने कामकाज इसलिए छोड़ा है, क्योंकि मॉरिस चेंग नाम के एक व्यक्ति ने अडानी पोर्ट्स के साथ 75 करोड़ डॉलर का ट्रांजैक्शन किया था और इसकी जानकारी नहीं दी जा रही थी।

डिलॉयट का कहना था कि उन्होंने ट्रांजैक्शन के बारे में जांच करने की कोशिश की लेकिन कंपनी के मैनेजमेंट ने उन्हें इस बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया। बाद में डिलॉयट ने अपने आप को ऑडिटर के कामकाज से अलग कर लिया।