अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाली तीन विदेशी इंवेस्टर्स के अकाउंट फ्रीज होने की खबर सच तो है, लेकिन वो पांच पुरानी है। इन फंडों का अकाउंट सेबी की ओर से ब्लॉक किया गया था। तब उस मामले का संबंध अडानी ग्रुप की कंपनियों के साथ नहीं था। एनएसडीएल की वेबसाइट पर अल्बुला इनवेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इनवेस्टमेंट फंड को ब्लॉक एकाउंट्स की कैटेगरी में डाला गया है। आपको बता दें कि सोमवार को इस खबर के अडानी ग्रुप कीर कंपनियों के शेयर क्रैश हो गए थे।
आखिर क्या है सच : मनी कंट्रोल की न्यूज के अनुसार एनएसडीएल ने इन्हीं तीनों फंडों के अकाउंट को ब्लॉक सेबी के कहने पर ही किया था, लेकिन यह कार्रवाई 2016 में एक अलग मामले में की गई थी, उस वक्त अडानी के कंपनियों से कोई जुड़ा मामला नहीं था। अडानी ग्रुप की की ओर मंगलवार को यह भी कहा कि कुछ डीमैट एकाउंट 2016 में सेबी के आदेश के बाद सस्पेंड कर दिए थे। इसका अर्थ यह कतई नहीं है किे इनके सभी शेयर्स या इक्विटी मार्केट में डीलिंग पर रोक लगा दी है।
सोमवार को भी दिया था स्पष्टीकारण : इससे पहले अडानी ग्रुप ने सोमवार को भी स्पष्टीकरण दिया था कि तीनों फंडों के अकाउंट एक्टिवेट हैं। किसी ने झूठी अफवाह फैलाई है। ताकि निवेशकों को गुमराह की जा सके। इससे कंपनी के छोटे निवेशकों को नुकसान हुआ ही है। साथ ही कंपनी की साख पर भी आघात पहुंचा है। सोमवार को बाजार बंद होने के बाद ग्रुप की सभी कंपनियों को करीब 54 हजार करोड़ रुपए के मार्केट कैप का नुकसान हुआ था। जोकि कारोबारी सत्र के दौरान 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का था।
आज कंपनी के शेयरों में तेजी : मंगलवार को अडानी ग्रुप की कुछ कंपनियों में तेजी भी देखने को मिली है। बाजार बंद होने के बाद अडानी इंटरप्राइजेज के शेयरों में 2.45 फीसदी यानी 36.80 रुपए की तेजी के साथ 1538.05 रुपए परद बंद हुआ है। जबकि अडानी पोर्ट 0.94 फीसदी यानी 7.25 रुपए की गिरावट के साथ 761.45 रुपए पर बंद हुआ। अडानी पॉवर के शेयरों में आज फिर पांच फीसदी का लोअर सर्किट लगा है, जिसके बाद शेयर 133.90 रुपए पर बंद हुआ। अडानी ट्रांसमिशन भी 5 फीसदी भी गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं अडानी ग्रीन में 2.79 फीसदी की तेजी देखने को मिली और अडानी टोटल 5 फीसदी का लोअर सर्किट लगा है।