देश में जब से 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर कर दिया गया है, कई लोग इसे नोटबंदी 2.0 के रूप में देख रहे हैं। सोशल मीडिया की दुनिया पर तो कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, कुछ लोग यहां तक कह रहे हैं कि शायद 1000 रुपये के पुराने नोट की फिर वापसी हो जाए। अब जब इस तरह की अटकलों ने ज्यादा जोर पकड़ा तो आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने खुद ही इस पर जवाब दे दिया है।
क्या वापस आ रहा है 1000 का नोट?
शक्तिकांत दास ने कहा है कि ये सब बातें एकदम अनुमान के अंदाज में कहीं जा रही है। ऐसा कोई प्रस्ताव अभी नहीं लाया जा रहा है। अब आरबीआई ने साफ कर दिया है कि वर्तमान में या फिर आने वाले दिनों में 1000 रुपये नोट की वापसी की कोई तैयारी नहीं है। वहीं जिस 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर किया गया है, उसे भी लौटाने के लिए चार महीने का वक्त दिया गया है।
2000 रुपये वाले फैसले पर RBI
इस बारे में शक्तिकांत दास ने जोर देकर कहा है कि किसी को भी भगदड़ करने की जरूरत नहीं है। चार महीने का समय दिया गया है, बैंकों को भी सारी सुविधा दे दी गई है, बिना किसी कागज के ही नोट बदले जा सकेंगे। RBI गर्वनर ने बोला कि 2000 के नोट बदलने के लिए सभी बैंक तैयार है। बैंकों को सभी तरह की जरूरी व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। आम जनता को काउंटर पर ₹2000 के नोट बदलने की सामान्य सुविधा प्रदान की जाएगी। किसी भी प्रकार का कागज नहीं लगेगा। जैसे पहले सुविधा मिलती थी, उसी प्रकार की सुविधा मिलेगी।
फैसले पर सियासत शुरू
जानकारी के लिए बता दें कि 23 मई यानी कि कल से लोग बैंक जा अपने 2000 रुपये के नोट को बदलवा सकते हैं। एक बार में सिर्फ 10 दो हजार के नोट ही बदले जाएंगे। 30 सितंबर तक नोट बदले जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि 2000 रुपये का नोट 30 सितंबर के बाद भी लीगल टेंडर बना रहेगा। अब सरकार तो इस कदम को पूरी तरह ठीक बता रही है, अपनी तरफ से तमाम आंकड़े रख रही है, लेकिन विपक्ष एक बार फिर हमलावर हो गया है। जोर देकर कहा जा रहा है कि फिर जनता को परेशान करने का काम हो रहा है।