मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आम बजट शुक्रवार को पेश किया गया। वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण ने अपना पहला बजट पेश किया। बजट में रोजगार गारंटी, रक्षा, रेलवे समेत 120 योजनाओं के मद में पैसा आवंटित किया गया। इन सब के बीच निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया उनमें मोदी सरकार की कई फ्लैगशिप योजनाओं के बजट में कटौती की गई है जिनको अंतरिम बजट में अधिक राशि आवंटित की गई थी।

पीयूष गोयल ने इस साल फरवरी में चुनाव से पहले मोदी सरकार की तरफ से अंतरिम बजट पेश किया था। इस बार बजट में स्वच्छ भारत योजना के तहत 12644 रुपये आवंटित किए गए है। वहीं, पीयूष गोयल ने इस योजना के लिए 12750 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। स्वच्छ भारत मिशन मोदी सरकार की सबसे प्रमुख योजनाओं में से एक है।

पूर्वोत्तर से जुड़ी योजना में सबसे अधिक कटौतीः सबसे अधिक कटौती 400 करोड़ रुपये की कटौती सेंट्रल पूल ऑफ रिसोर्स फॉकर नॉर्थ ईस्ट और सिक्किम के मद में हुई है। पीयूष गोयल ने पूर्वोत्तर से जुड़ी इस योजना में 931 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। वहीं इस बार इस मद में 531 करोड़ रुपये ही आवंटित किए गए हैं। पुलिस इंफ्रास्ट्रक्टर भी सरकार की प्राथमिकता में थोड़ा नीचे आ गया है। अंतरिम बजट में जहां इस मद में 5117 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। वहीं इस बार इसमें 360 करोड़ रुपये की कटौती करते हुए 4757 करोड़ रुपये ही आवंटित किए गए हैं।

इसके अतिरिक्त रोजगार और कौशल विकास के लिए बजट पर भी सीतारमण ने कैची चला दी है। पीयूष गोयल ने इस मद में 7511 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। दूसरी तरफ वित्त मंत्री ने इस योजना की राशि को कम कर 7260 करोड़ रुपये कर दिया है।

इस तरह रोजगार और कौशल विकास के लिए 251 करोड़ रुपये कम कर दिए गए हैं। अमृत और स्मार्ट शहर मिशन के लिए अंतरिम बजट में आवंटित राशि में 150 करोड़ रुपये की कटौती की गई है। अंतरिम बजट में इस मद में 13900 करोड़ रुपये दिए गए थे जबकि इस बार की राशि 13750 करोड़ रुपये ही है। हरित क्रांति योजना के मद में 51 करोड़ रुपये की कमी हुई है। अंतरिम बजट में हरित क्रांति के लिए 12612 करोड़ रुपये का बजट रखा गया था। इस बार वित्त मंत्री सीतारमण ने 12561 करोड़ रुपये ही इस मद में दिए हैं।