पंजाब के कई इलाके बाढ़ से जूझ रहे हैं। बाढ़ राहत कार्यों में सरकारी एजेंसियों के साथ – साथ कई एनजीओ और सियासी दलों के लोग भी एक्टिव हैं। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में देखा जा सकता है। इससे पहले से ही भगवंंत मान की सरकार के कई मंंत्री भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगातार सरकार की तरफ से चलाए जा रहे राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं।

सभी कॉलेज, विश्वविद्यालय तीन सितंबर तक बंद रहेंगे

पंजाब सरकार ने राज्य भर में लगातार बारिश के मद्देनजर सभी कॉलेज, विश्वविद्यालयों और पॉलिटेक्निक संस्थानों को तीन सितंबर तक बंद करने की सोमवार को घोषणा की। राज्य के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने X पर लिखा, “पिछली रात से पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सभी कॉलेज, विश्वविद्यालय और पॉलिटेक्निक संस्थान तीन सितंबर 2025 तक तत्काल प्रभाव से बंद रहेंगे।”

हरजोत सिंह बैंस ने कहा, “छात्रावासों में रह रहे छात्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संबंधित प्रशासन की है। सभी से अनुरोध है कि स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें।” राज्य सरकार ने राज्य में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सभी विद्यालयों को बंद रखने की अवधि तीन सितंबर तक बढ़ा दी थी। इससे पहले, सरकार ने सभी स्कूल में 27 से 30 अगस्त तक छुट्टियां घोषित कर दी थीं। पंजाब के कई जिलों में रविवार रात से बारिश हो रही है।

पटियाला में अलर्ट, घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ा

पंजाब में भंखरपुर इलाके के पास घग्गर नदी का जलस्तर सोमवार को बढ़ गया, जिसके मद्देनज़र ज़िला प्रशासन ने कई गांवों के लिए चेतावनी जारी की है। अधिकारियों ने बताया कि राजपुरा उप-मंडल की घनौर और सनौर विधानसभा क्षेत्रों में नदी के किनारे बसे गांवों के निवासियों को सतर्क रहने और नदी के पास न जाने की सलाह दी गई है।

राजपुरा के उप-मंडल मजिस्ट्रेट अविकेश गुप्ता ने ऊंटसर, नन्हेड़ी, संजारपुर, लछरु, कमलपुर, रामपुर, सौंता, मारू और चमरू गांवों के लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह, भस्मरा, जलालखेड़ी, राजूखेड़ी, हडाना, पूर, धरमेरी, उल्टपुर और सिरकपरा गांवों के निवासियों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।

लगातार बारिश को देखते हुए पटियाला की उपायुक्त डॉ. प्रीति यादव ने कहा कि स्थानीय नाले, तालाब, घग्गर, गंगरी, मार्कंडा तथा अन्य नदियां उफान पर हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अस्थायी सड़कों, विशेषकर जल स्रोतों के पास स्थित रास्तों का उपयोग न करें और अनावश्यक यात्रा से बचें। उन्होंने आम जनता से यह भी अनुरोध किया कि लोग पुलों या उफनती जलधाराओं के पास तस्वीरें लेने या घूमने के लिए एकत्र न हों और पशुओं को भी नदी किनारे न ले जाएं।