Adventure Tourism Meet: इंडियन एक्सप्रेस ऑनलाइन मीडिया द्वारा आयोजित फाइनेंशियलएक्सप्रेस.कॉम एडवेंचर टूरिज्म मीट (एटीएम) 2025 का तीसरा संस्करण 14 अक्टूबर, 2025 को शिलांग के स्टेट कन्वेंशन सेंटर में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में एडवेंचर टूरिज्म उद्योग की कुछ सबसे प्रेरक हस्तियां शामिल हुईं। जिन्होंने भारत में एडवेंचर टूरिज्म के एक ज़िम्मेदार और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी भविष्य को आकार देने पर अपने विचार साझा किए।
मेघालय टूरिज्म के सहयोग से आयोजित, एटीएम 2025 भारत और उसके बाहर के हितधारकों के बीच संवाद, सहयोग और दृष्टिकोण साझा करने के लिए एक जीवंत मंच के तौर पर उभरा है। इस कार्यक्रम में ‘मेघालय – बादलों का घर” – की भावना का जश्न मनाते हुए गहन चर्चाएं, विचारों का आदान प्रदान और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

दिन की शुरुआत गणमान्य व्यक्तियों द्वारा औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद फाइनेंशियलएक्सप्रेस.कॉम के संपादक रोशन पोवैया ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुई शुरुआत
इसके बाद मेघालय के कलाकारों द्वारा जीवंत लोक संगीत की प्रस्तुति दी गई जिसने कार्यक्रम को एक प्रामाणिक सांस्कृतिक लय प्रदान की। पूरे दिन की चर्चाओं में एडवेंचर कार्य और जवाबदेही के बीच संतुलन बनाने के विषय पर चर्चा हुई। इसको लेकर पहले पैनल में “सीमाओं से परे: भारत को एक वैश्विक साहसिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करना” के विषय पर चर्चा हुई।

इसमें टोबी सिंक्लेयर (& बियॉन्ड), आकांक्षा गर्ग (वैक्सपोल होटल्स एंड रिसॉर्ट्स), अल्ताफ एच. चपरी (एबी चपरी रिट्रीट्स), और ज्ञानदीप बोर्गोहेन (काइट मांजा) जैसे प्रमुख उद्योग जगत के दिग्गजों ने वैश्विक साहसिक पर्यटन में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा पर अपने विचार साझा किए।

वैश्विक मानकों पर दिया गया बल
इस पैनल का संचालन रोशन पोवैया ने किया। वक्ताओं ने भारत की विशाल विविधता, पहाड़, नदियां, रेगिस्तान और तट, को एक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ के रूप में रेखांकित किया। इसके साथ ही सुरक्षा, प्रशिक्षण में वैश्विक मानकों की आवश्यकता पर बल दिया। पैनलिस्टों के सामूहिक आशावाद और दूरदर्शिता ने श्रोताओं को पारंपरिक बाज़ारों से आगे सोचने और पर्यटन संवर्धन में नवाचार और समावेशिता को अपनाने के लिए प्रेरित किया।

दूसरे पैनल में किस मुद्दे पर हुई बात
इसके अलावा दूसरे पैनल में “मेघालय का लाभ: बादलों के घर में रोमांच’ के विषय पर चर्चा हुई, जिसने मेघालय पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें ई. बनलुमलांग ब्लाह (अध्यक्ष, एनईआईटीसी और टीओएएम), डॉ. पिनशैलांग सिमियोंग (अध्यक्ष, कोर जियो एक्सपीडिशन्स), फेब्रोनिया एफी पाजत (मालिक, कबाना सेरेन), और गेराल्ड दुइया (सह-अध्यक्ष, एटीओएआई उत्तर पूर्वी क्षेत्र) जैसे गतिशील स्थानीय लोगों ने अपनी बात रखी।

राज बसु द्वारा संचालित इस चर्चा में, इस बात पर प्रकाश डाला गया कि कैसे मेघालय के ऊबड़-खाबड़ इलाके, झरने, गुफाएं और जीवित जड़ पुल एक असाधारण साहसिक सर्किट की नींव रखते हैं।

अपनी यात्रा के उदाहरणों के माध्यम से उन्होंने बाहरी उद्यमों में महिलाओं के बीच नेतृत्व निर्माण के बारे में बात की और सुरक्षित, सहायक पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण को प्रोत्साहित किया जो महिलाओं को साहसिक पर्यटन में अन्वेषण, नेतृत्व और उन्नति करने में सक्षम बनाता है।