गुरुग्राम में सड़क हादसों और शराब पीकर गाड़ी चलाने की घटनाओं पर बात करते हुए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह का बयान अब विवादों में आ गया है। सिंह ने थार (Thar) एसयूवी और बुलेट मोटरसाइकिल चलाने वालों को “दंगाई तत्व” (rogue elements) बताया है।

डीजीपी ओपी सिंह ने थार को लेकर क्या कहा ?

ओपी सिंह ने कहा, “अगर थार है, तो कैसे जाने दें? या अगर बुलेट है… सभी दंगाई तत्व इन्हीं दो गाड़ियों का इस्तेमाल करते हैं। गाड़ी का चुनाव इंसान की सोच दिखाता है।” उन्होंने आगे कहा कि कुछ थार मालिक सड़कों पर स्टंट करते हैं। एक मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि एक एसीपी के बेटे ने थार से किसी को कुचल दिया था — “वह अपने बेटे को छुड़वाना चाहता है, लेकिन गाड़ी उसके नाम पर है, इसलिए वही दोषी है,” सिंह ने कहा।

DGP ने आगे कहा, “अगर हम पुलिसवालों की लिस्ट बनाएं, तो कितनों के पास थार होगी? और जिनके पास है, वे भी पागल होंगे… थार सिर्फ एक गाड़ी नहीं, बल्कि एक स्टेटमेंट है। आप गुंडागर्दी करेंगे तो पकड़े ही जाएंगे।”

गुरुग्राम की नाइटलाइफ और पुलिस की सख्ती

सिंह ने गुरुग्राम की नाइटलाइफ और क्लब कल्चर का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस को शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी होगी ताकि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

बार और रेस्टोरेंट भी जिम्मेदार

हरियाणा पुलिस ने हाल ही में एक नया निर्देश जारी किया है, जिसके तहत अगर किसी बार या रेस्टोरेंट से शराब पीकर निकले व्यक्ति को नशे की हालत में गाड़ी चलाते पकड़ा गया, तो उस प्रतिष्ठान पर भी कार्रवाई की जाएगी।

यह आदेश भारतीय सिविल सर्विसेज कोड की धारा 168 के तहत जारी किया गया है। राज्य में नशे में ड्राइविंग से जुड़े हादसों में हाल के महीनों में 345 लोगों की मौत और 580 से ज्यादा घायल हुए हैं।

पुलिस के अनुसार, शराब परोसने वाले प्रतिष्ठानों को अपने ग्राहकों की निगरानी करनी होगी, नशे में धुत ग्राहकों के लिए कैब या ड्राइवर की व्यवस्था करनी होगी, और शराब पीकर गाड़ी चलाने के कानूनी जोखिमों की स्पष्ट चेतावनी भी लगानी होगी।

विवाद के बाद आई डीजीपी ओपी सिंह की सफाई

महिंद्रा थार और रॉयल एनफील्ड बुलेट चलाने वालों पर दिया गया डीजीपी ओपी सिंह का बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, अब इस बयान पर डीजीपी ने सफाई देते हुए कहा कि, उनके बयान का मतलब किसी खास गाड़ी या व्यक्ति को टार्गेट करना नहीं था बल्कि ये बयान जिम्मेदारी के साथ गाड़ी चलाने को लेकर लोगों के बीच जागरुकता फैलाना था।