Mercedes-Benz ने हाल ही में अपने लेटेस्ट एमबीयूएक्स सिस्टम पेश किया था जिसने कंपनी को काफी हाइलाइट किया था। यह नई इंफोटेनमेंट यूनिट न केवल अपने पूर्ववर्ती यूनिट की तुलना में ज्यादा बड़ी थी बल्कि उपयोग करने में भी काफी आसान थी और कई कामों को एक साथ एकत्र करने का काम भी करती थी। जिसके बाद मर्सिडीज ने एमबीयूएक्स सिस्टम में बड़ी अपडेट देते हुए इसमें चैटजीपीटी के साथ अपने वॉयस कंट्रोल फीचर को जोड़ा है, जो इसे एक अलग लेवल पर लेकर जाएगा। इस नए एआई इंटीग्रेशन से ‘हे मर्सिडीज’ वॉयस असिस्टेंट को और ज्यादा एडवांस और सहज बनने की उम्मीद की जा रही है।

Mercedes जल्द करेगी ये फीचर रोल आउट

हालांकि, मर्सिडीज द्वारा इस फीचर को रोल आउट किया जाना बाकी है। एमबीयूएक्स इंफोटेनमेंट सिस्टम वाले मर्सिडीज-बेंज ग्राहक अब मर्सिडीज मी ऐप के माध्यम से वैकल्पिक बीटा प्रोग्राम में शामिल हो सकते हैं या वॉयस कमांड “हे मर्सिडीज, मैं बीटा प्रोग्राम में शामिल होना चाहता हूं” का उपयोग कर सकते हैं।

यह भी ध्यान देने योग्य है कि बीटा प्रोग्राम को ऑन एयर अपडेट किया जाएगा और इसके लिए सर्विस सेंटर पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। ChatGPT के इस इंटीग्रेशन के लिए Mercedes Azure OpenAI सेवा का उपयोग कर रही है।

मर्सिडीज पहले ही दावा कर चुकी है कि उसने अपने एमबीयूएक्स वॉयस असिस्टेंट के साथ ‘इंडस्ट्री स्टैंडर्ड’ सेट किया है। हालांकि, चैटजीपीटी के इंटीग्रेशन के साथ हम उम्मीद कर सकते हैं कि ‘हे मर्सिडीज़’ वॉयस असिस्टेंट बहुत सहज और जटिल कार्यों को संभालने में सक्षम होगा।

मर्सिडीज के अनुसार, चैट जीपीटी इंटीग्रेशन के कुछ आसपेक्ट्स को कंट्रोल करने और इंफॉर्मेशन जुटाने जैसे पूर्व निर्धारित कामों से आगे निकल जाएगा। , चैटजीपीटी का एमबीयूएक्स के साथ एकीकरण अब यूजर्स को अपने स्मार्ट होम्स को कंट्रोल करने और यहां तक की जटिल से जटिल सवालों को हल करने में भी सक्षम होगा।

Mercedes का दावा गोपनीय रहेगा यूजर का डेटा

कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि इतना शक्तिशाली एआई टूल डेटा गोपनीयता को लेकर भी चिंता पैदा करता है। इसके लिए, मर्सिडीज-बेंज एज़्योर ओपन एआई के बड़े पैमाने पर जनरेटिव एआई मॉडल का उपयोग कर रहा है, जो एज़्योर की एंटरप्राइज़-ग्रेड सुरक्षा, गोपनीयता और विश्वसनीयता क्षमताओं के साथ ज्वाइंट है।

एआई को लेकर आई रिपोर्ट्स को लेकर मर्सिडीज-बेंज का दावा करती है कि यह बैकग्राउंड में आईटी प्रक्रिया पर पूर्ण नियंत्रण रखता है। कंपनी का यह भी दावा है कि एकत्र किया गया वॉयस कमांड डेटा मर्सिडीज-बेंज इंटेलिजेंट क्लाउड में स्टोर होता है।