दुनियाभर में कई लोग डिप्रेशन की बीमारी से जूझ रहे हैं। आज के समय में कई लोग डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं और भारत में भी इससे जझू रहे लोगों की तादाद कम नहीं है। ऐसे में शुभ्राता प्रकाश द्वारा लिखी गई किताब “द डी वर्ड” डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों के साथ-साथ उन लोगों के लिए भी काफी मुफीद है जो तनाव में रहते है। किताब मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर (एमडीडी) या मेजर डिप्रेशन पर आधारित है। यह एक तरह की सेल्फ-हेल्प बुक है। किताब में डिप्रेशन के लक्षण, इसकी वजह, भारत में उपलब्ध इसके इलाज के बारे में जानकारी दी गई है। वहीं डिप्रेशन से बचने के भी कई उपाय बताए गए हैं। साथ ही लेखिका ने खुद का उदाहरण पाठको के सामने इस किताब में पेश किया है।
शुभ्राता प्रकाश ने अपने जीवन के 10 साल डिप्रेशन में रहने के अनुभवों को भी साझाा किया है जिसके जरिए उन्होंने इस बीमारी से जूझ रहे लोगों को मोटिवेट करने की कोशिश की है। इसके अलावा यह किताब डिप्रेशन से जुड़े कई मिथ्या भी तोड़ती है। साथ ही इस किताब को कई मेंटल डिसऑर्डर पर, समाज के लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए एक बेहतर जरिया कहा जा सकता है। शुभ्राता एक लेखिका होने के साथ-साथ कवियत्री, ब्लॉगर और सिविल सर्वेंट भी हैं। किताब अंग्रेजी भाषा में लिखी गई है और इसे पैन मैक्मिलान (इंडिया) प्रकाशित कर रहा है।