आज का समाज 10 साल पहले की दुनिया से बिल्कुल अलग है। एक दशक में सबकुछ बदल सा गया है। अब हमलोगों ने अपने जीवन को ऑनलाइन दुनिया से जोड़ रखा है और हम चीजों को लाइक और शेयर करने को ही अपनी जिम्मेदारी समझ रहे हैं। हम इंटरनेट के बड़े संसाधन का उपयोग तो कर रहे हैं लेकिन उसका गहनतम इस्तेमाल नफरत फैलाने के लिए कर रहे हैं। साइबर दुनिया में क्या हो रहा है इसके लिए तो हम गोता लगा रहे हैं लेकिन वास्तविक दुनिया में क्या हो रहा है हमें इसकी भनक तक नहीं है।
एक कलाकार शांत होकर दुनिया में हो रहे बदलावों को देखता रहता है, उसे महसूस करता है और अपनी कूची से कैनवास पर उसे जब उकेरता है तो वह चित्र समकालीन समाज और जनमानस का दर्द बयां करने लगती है। इस कलाकार ने भी आज के आधुनिक समाज के भिन्न-भिन्न संघर्षों को अपनी पेंटिंग्स में बखूबी उतारा है। उसकी बेहतरीन कृतियों के कुछ सजीव उदाहरण पेश हैं।
1. ट्विटर फीड का सटीक चित्रण
2. हमें वही दिखाया जाता है जो हम देखना चाहते हैं
3. और जो हम देखना चाहते हैं वह सब अब ऑनलाइन है
4. हमलोग सभी एक-दूसरे के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं
5. अपनी ऑनलाइन मौजूदगी दर्ज कराने की जदोजहद वास्तविक है लेकिन सचमुच किसके लिए?
6. सोशल मीडिया के सटीक ट्रोल्स
7. दिन के आखिर तक कितने लाइक्स हुए, क्या वास्तविकता में यह मायने रखता है?
8. एक पहाड़ की ऊंचाई क्यों माप रहे हो जब तुम्हें इसकी वास्तविकता पता है?
9. लेबल एक पिन की तरह चुभ सकता है। जब आप लेबल की मात्रा पर ध्यान देते हैं तो क्या कष्टदायी होता है?
10. हमलोग सभी आसान रास्ते की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन जो कठिन है उसपर बहुत कम लोग चलते हैं।
11. जब समाज की उम्मीदों से हटकर आप की आकांक्षाएं होंगी तो आपको हमेशा कठिन यात्रा करनी ही होगी।
12. पार्क हमेशा से सेलिब्रिटीज के लिए सुंदर तस्वीरें लेने की जगह रहे हैं लेकिन तुम्हारे लिए वह खेलने और आराम करने की जगह है।
13. हम वास्तविकता में अक्सर दुखद चीजों को ही देखने के लिए चुनते हैं।
14. प्यार के कई रूप होते हैं लेकिन हम हमेशा उसे एकपक्षीय होकर देखते हैं।
15. और, हम अपनी पहचान तय करने के लिए अक्सर मानचित्रों पर बनावटी रेखाएं खींचते रहते हैं।