मिजोरम की राजनीति में जोरमथंगा एक जाना-माना नाम हैं। 13 जुलाई 1944 को जन्मे जोरमथंगा मिजोरम के मुख्यमंत्री के पद पर हैं। उनकी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट 2008 के चुनावों में कांग्रेस से चुनाव हार गई थी। 2018 में जोरमथंगा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था। जोरमथांगा एक उग्रवादी नेता थे।
जोरमथंगा छह बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए और तीन बार (1998-2008 और 2018-2023) मुख्यमंत्री रहे। ज़ोरमथंगा राजनीति में उतरते ही अपने पहले ही चुनाव में चंफई से पहली बार विधायक बने। साल 2018 में मिजोरम विधानसभा के चुनावों में मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) को बहुमत मिला था। एमएनएफ को पिछली बार 27 सीटें मिली थीं। वहीं, कांग्रेस 4, बीजेपी 1 और अन्य 8 सीटों पर जीते थे। जोराम पीपुल्स मूवमेंट आठ सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी।