
मोदी राज में देश में जिस रफ्तार से हवाईअड्डे, सड़कें, अस्पताल और मेडिकल कालेज बने हैं, उनको देख कर मैं…
देश के सामने दो रास्ते हैं। एक रास्ता है वह, जिसमें अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ा कर रोजगार और धन पैदा…
मतदान का तीसरा दौर समाप्त होने के बाद क्या कहा जा सकता है प्रचार के बारे में? मुद्दों के बारे…
दोनों तरफ से मतदाताओं को डराने का काम किया जा रहा है। लेकिन जमीन पर यथार्थ यह है कि मतदाता…
राहुल गांधी शायद भूल रहे हैं कि उद्योगपतियों के पैसे से चलती हैं सरकारों की विशाल समाज कल्याण योजनाएं और…
एक तरफ हैं वे लोग, जो अपने आप को लोकतंत्र और संविधान का ठेकेदार मानते हैं और दूसरी तरफ हैं…
भाचारा दुबारा कैसे कायम होगा, कहना मुश्किल है। जो भी जीत कर लोकसभा में आएंगे, उनको गहराई से सोचना होगा।…
जब यहां के लोगों से पूछा कि सरकारी योजनाओं से उनको किस तरह के लाभ मिले हैं, तो उन्होंने कहा…
वास्तव में गरीबी की रेखा हटा कर गरिमा की रेखा बनाने की आवश्यकता है, ताकि एक नए मापदंड के जरिए…
गांधी परिवार के वारिस जब राजनीतिक या आर्थिक मुद्दों की बात करते हैं तो ऐसा लगता है सुनने वालों को…
विकसित भारत की आजकल बहुत बातें होती हैं और भारतीय जनता पार्टी के नेता याद दिलाना नहीं भूलते हैं कि…
आर्थिक परिवर्तन का छोटा-सा दीपक तब जला जब नरसिम्हा राव ने लाइसेंस राज समाप्त किया और निजी उद्योग की बेड़ियां…