सूर्य ग्रह (Surya Planet)
ज्योतिष शास्त्र में, सूर्य को एक ग्रह माना जाता है। और ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रह का सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है। साथ ही इनका व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। वहीं सूर्य को प्रकाश का स्त्रोत माना जाता है और इसकी स्थिति व्यक्ति के जन्म कुंडली में विशेष महत्व रखती है। ज्योतिष में सूर्य की स्थिति, राशि, ग्रहण और इसके अन्य गतिविधियों के माध्यम से व्यक्ति के व्यक्तित्व, पेशेवर सफलता, स्वास्थ्य, और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव देखा जाता है। इस प्रकार, ज्योतिष में सूर्य ग्रह महत्वपूर्ण रोल निभाता है और जन्मकुंडली विश्लेषण में उपयोगी जानकारी प्रदान करता है।
सूर्य इन कुंडली के इन भावों में देते हैं शुभ फल
1 सूर्य ग्रह अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में स्थित.है, तो यह बहुत शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति को स्वतंत्रता, सम्मान, शक्ति और प्रभाव मिलता है।
2. वहीं सूर्य जन्मकुंडली के दूसरे भाव में स्थित होने पर व्यक्ति को धन, स्वतंत्रता, आत्मविश्वास प्रदान करते हैं।
3. व्यक्ति की कुंडली में सूर्य दशम मतलब कर्म भाव में स्थित होने पर व्यक्ति को आर्थिक स्थिरता, समृद्धि, और आर्थिक सफलता, सरकारी नौकरी दिलाते हैं।
सूर्य इस स्थिति में देते हैं अशुभ फल
सूर्य ग्रह अगर शनि देव के साथ अशुभ फल प्रदान करते हैं। साथ ही अगर सूर्य देव के साथ राहु और केतु हो तो ग्रहण दोष लगता है। Read More