इनकम टैक्स (Income Tax) एक प्रकार का कर है जिसे संघ शासित प्रदेशों या देशों द्वारा व्यक्तिगत आय पर लगाया जाता है। यह कर आमतौर पर व्यक्तिगत आय, व्यापारिक आय, संपत्ति आय और अन्य प्रकार की आय पर लगाया जाता है। भारत में इनकम टैक्स उन लोगों द्वारा भुगतान किया जाता है जो वार्षिक रूप से निर्धारित आय लाभानुभव करते हैं। यह आय जीवनों, व्यापारों, निवेशों, संपत्तियों, बचतों, बचत पेशेवरों आदि से हो सकती है।
इंडिया में, इनकम टैक्स विभाजित होता है दो प्रकार का होता है – व्यक्तिगत इनकम टैक्स और कॉर्पोरेट इनकम टैक्स:
1.व्यक्तिगत इनकम टैक्स: यह टैक्स व्यक्तिगत आय के आधार पर लगाया जाता है। व्यक्तिगत इनकम टैक्स की दरें वर्षानुसार निर्धारित की जाती हैं और यह आयकर विभाग द्वारा निर्धारित की जाती हैं। इसका भुगतान आयकर रिटर्न (Income Tax Return) दाखिल करने के माध्यम से किया जाता है।
2.कॉर्पोरेट इनकम टैक्स: यह टैक्स कंपनियों और व्यवसायों के आय पर लगाया जाता है। यह आयकर विभाग द्वारा निर्धारित की जाने वाली दर के अनुसार भुगतान किया जाता है।
इनकम टैक्स का क्या नियम है?
भारत में आयकर के नियम और विधियाँ आयकर अधिनियम, 1961 द्वारा निर्धारित की गई हैं। यह अधिनियम आयकर का प्राथमिक स्रोत है और व्यक्तिगत और व्यापारिक आयकर के लिए नियम निर्धारित करता है।
यहां कुछ महत्वपूर्ण नियम आयकर के बारे में बताए गए हैं:
1.आयकर की आय गणना: आयकर की गणना वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) के दौरान अवलंब करके की जाती है। व्यक्तिगत आयकर के लिए आयकर आय गणना व्यक्ति की आयकरी वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) के दौरान की जाती है।
2.आयकरी दरें: आयकरी दरें वित्तमंत्री द्वारा वार्षिक बजट के दौरान निर्धारित की जाती हैं। ये दरें आयकर की विभिन्न श्रेणियों, जैसे कि व्यक्तिगत आयकर, कॉर्पोरेट आयकर, सेक्शन 44एए के अंतर्गत के व्यक्तिगत आयकर आदि पर लागू होती हैं। Read More