बाहुबली आनंद मोहन सिंह को गुरुवार 27 अप्रैल 2023 को सहरसा जेल से रिहा कर दिया गया। आनंद मोहन को 1994 में गोपालगंज के कलेक्टर रहे जी कृष्णय्या में हत्या में भूमिका होने का दोषी मानते हुए कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। आनंद मोहन सिंह उत्तर बिहार के कोसी इलाके से संबंध रखते हैं। वह एक स्वतंत्रता सेनानी के बेटे हैं। आनंद मोहन 1990 में बिहार विधानसभा के लिए चुने गए थे। आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद 1994 में वैशाली से लोकसभा चुनाव जीतीं। शुरुआती दिनों में आनंद मोहन सिंह लालू यादव के कट्टर प्रतिद्वंदियों में से एक थे। हालांकि आज परिस्थितियां बिलकुल विपरीत हैं, इस समय आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद लालू यादव की पार्टी के ही विधायक हैं। राज्य में विपक्षी दलों का तो यह तक मानना है कि क्षत्रिय समुदाय को साधने के लिए ही नीतीश-तेजस्वी सरकार द्वारा बिहार के प्रिजन कानून में बदलाव कर आनंद मोहन को जेल से रिलीज करने की भूमिका तैयार की गई।Read More