आप अंदाजा लगाए जब आप पूरे दिन से बाहर हैं और फिर आराम करने के लिए अपने होटल के रूम में पहुंचते हैं तो पाते हैं कि एक बड़ा से ड्रैगन ने कब्जा कर रखा तो आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी। ऐसा ही कुछ हुआ बीबीसी के कैमरामैन मार्क मेकईवन के साथ। मार्क पूरे दिन विशाल छिपकलियों को अपने कैमरे में कैद करके आराम करने के मकसद से अपने होटल के रूम में पहुंचे थे। लेकिन जब वे कमरे के अंदर पहुंचे तो पाया कि उनके बाथरूम में एक बड़ा सा ड्रैगन आराम फरमा रहा है। यह ड्रैगन इंसानों पर हमला करने के लिए जाना जाता है। ऐसे में बीबीसी के क्रू मेंबर्स के लिए उसे अपने कमरे से बाहर निकालना मुश्किल लग रहा था। मार्क बीबीसी की सीरिज प्लानेट अर्थ-2 की शूटिंग करने के लिए इंडोनेशिया पहुंचे थे।
डेलीमेल ने मार्क के हवाले से लिखा है कि आप कभी इसकी उम्मीद नहीं कर सकते कि आपके बाथरूम में आपक कोई ड्रैगान छुप सकता है। क्रू मेंबर्स ने बाथरूम के गेट के छोटे से छेद से उस ड्रैगन को अपने कैमरे में कैद कर लिया। अब समस्या यह थी कि ड्रैगन को टॉयलेट से बाहर कैसे निकाला जाए। इसके लिए क्रू मेंबर्स ने ड्रैगन को बाहर निकालने के लिए एक चाल चली। उन्होंने रस्सी से एक मीट को टुकड़े को बांधा और फिर उसे ड्रैगन की तरफ फेंककर उसे लालच दिया गया। ड्रैगन इसके बाद टॉयलेट से बाहर तो आ गया, लेकिन फिर कमरे में बेड के नीचे छुप गया। इसके साथ ही ड्रैगन ने कमरे में मलत्याग भी किया। लेकिन क्रू मेंबर्स की यह चाल कामयाब रही और ड्रैगन कमरे से बाहर निकल गया।
यह इंडोनेशियन कोमोडो ड्रैगन था। इसकी लंबाई तीन मीटर और वजन 90 किलोग्राम तक हो सकता है। जब से फंस जाते हैं तो इंसान पर भी हमला करने से नहीं चूकते। ड्रैगन मुख्यत: चिड़ियां खाते हैं लेकिन वे सूअर और बकरियों को भी अपना निशाना बना लेते हैं। प्लानेट अर्थ 2 का पहला एपिसोड बीबीसी पर रविवार (6नवंबर ) को प्रसारित किया गया था।