कहा जाता है संगीत (म्यूजिक) दुनिया की सबसे खूबसूरत विधाओं में से एक है। इसे सुनकर कोई भी मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सकता है। इंसान ही नहीं जानवर भी संगीत के दीवाने होते हैं। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के गोपाल गोशाला समिति में देखने को मिला। यहां गाय से ज्यादा दुग्ध उत्पादन करने के लिए हाइटेक तरीकों का उपयोग किया जा रहा है। यहां तबेले में 40 हजार रुपए कीमत का म्यूजिक सिस्टम और लाउडस्पीकर लगाया गया है। जिस पर एक दिन में दो बार भजन बजते हैं। गौशाला वालों का दावा है कि यह तरीका काम भी करता है।
एचटी के मुताबिक गौशाला के अध्यक्ष दौलत राम गोयल ने कहा कि हमने सुना था कि भजन सुनने से गाय में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो कि दूध देने की उसकी क्षमता को बढ़ाते हैं। जिसके बाद हमने जून महीने में म्यूजिक सिस्टम लगवाया था और पिछले 6 महीने में गाय पहले से ज्यादा दूध देने लगी है। यहीं नहीं गाय किसी नोट या बीट को मिस न कर दे इसके लिए गौशाला में 6 एम्लीफायर लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि गौशाला में दिन में दो बार- सुबह में 5.15 AM to 8AM और शाम में 4.30 PM to 7:30 PM पर भजन बजते हैं। इनमें मीराबाई के भक्ति वाले गाने और रामचरित्रमानस के पंक्तियां होती है।
गोयल ने कहा कि इससे कोई मतलब नहीं कि लोगों को यह तरीका इतना अजीब लगता है कि लेकिन मेरे सात साल के कार्यकाल में मैंने गायों को कभी इतना दूध देते हुए नहीं देखा है। पहले सभी गाय मिलकर रोज 130 लीटर दूध देती थी जो कि अब बढ़कर 170 लीटर हो गया है। उन्होंने बताया कि हमारी सारी गाये पूरी तरह से देसी ब्रीड की है और शेखावटी क्षेत्र में भी यह अपनी तरह की सबसे बड़ी गौशाला है। समिति के सदस्यों ने 2 करोड़ का फिक्स डिपॉजिट करने का फैसला किया है, जिसके चलते इस सुविधा को विकसित किया जा सके। हम अब तक 50-50 लाख की दो एफडी बनवा चुके हैं। आगे का पैसा मार्च तक एकत्र हो जाएगा।