यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा… इसमें करीब 48 लाख छात्रों ने भाग लिया था… 17-18 फरवरी को हुई ये परीक्षा का पेपर परीक्षा केंद्र से पहले ही छात्रों के मोबाइल में पहुंच गया… इससे नाराज होकर लगातार छात्र प्रदर्शन कर रहे थे… वहीं दूसरी तरफ एसटीएफ अपनी जांच कर रही थी… जांच रिपोर्ट की समीक्षा के बाद सीएम योगी ने परीक्षा को निरस्त कर दिया है… छह महीने बाद दोबारा परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं… साथ ही सीएम ने दोषियों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी एसटीएफ को सौंपी है… लेकिन क्या सिर्फ एसटीएफ की जांच रिपोर्ट के कारण ये फैसला लिया गया… बिल्कुल ऐसा नहीं लगता.. इसमें कई बड़े कारण हैं.. तो चलिए इस वीडियो में बात करते हैं
