अफगानिस्तान में दशकों से विद्रोहियों का गढ़ रहे पंजशीर घाटी के एक बेटे ने तालिबान आतंकियों के खात्मे का प्रण किया है… जी हां यहां बात हो रही है कि तालिबान के सबसे बड़े दुश्मन और अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह की… अशरफ गनी के देश से फरार होने के बाद सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति घोषित किया है… ये वही सालेह हैं जो अक्सर पाकिस्तान पर तीखे वार करते हैं और भारत के करीबी दोस्त हैं.