Uttarkashi Tunnel Rescue Update: अब जानकारी के लिए बता दें कि टनल के अंदर रेस्क्यू का काम काफी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। आलम ये चल रहा है कि जब भी ऑगर मशीन (Auger Machine) से ड्रिलिंग (Drilling) शुरू की जाती है, सरिया या मलबे की वजह से मिशन बीच में ही रुक जाता है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें चार धाम सड़क परियोजना के हिस्से के रूप में उत्तरकाशी जिले में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री मार्ग पर पांच किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया जा रहा था। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। 12,000 करोड़ रुपये के इस प्रमुख कार्यक्रम की कल्पना उत्तराखंड में चार धार्मिक मंदिरों: केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के लिए यातायात की तेज आवाजाही के लिए की गई है। इस परियोजना का लक्ष्य चार धाम मार्ग की चौड़ाई को 12 मीटर की चौड़ाई वाले पक्के कंधों के साथ डबल लेन तक बढ़ाना है। देखिये वीडियो