रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 23वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली आए. हालांकि, पुतिन के इस दौरे की घोषणा पहले ही हो चुकी थी. अमेरिका पुतिन के भारत दौरे पर बेहद ही करीबी से नज़र रख रहा था. जिस तरह से पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर जाकर पुतिन का स्वागत किया, उसे देखकर अमेरिका काफी बेचैन है. इसी वजह से अमेरिकी कांग्रेस का एक प्रमुख पैनल अगले हफ्ते भारत-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी पर एक जनसुनवाई करेगा. इस मीटिंग में अमेरिका-भारत के बदलते डिफेंस, इकॉनमिक और राजनयिक पहलुओं पर खास ध्यान दिया जाएगा. आपको बता दें कि इस जनसुनवाई को दि यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप: सिक्योरिंग ए फ्री एंड ओपन इंडो-पेसिफिक का नाम दिया गया है. ये जनसुनवाई 10 दिसंबर 2025 को होगी. यह जानकारी अमेरिकी कांग्रेस की हाउस ऑफ फॉरेन कमिटी की दक्षिण और केंद्रीय एशिया पर बनी एक सब कमिटी ने अपने नोटिस में दी है.
