बागी बलिया… नाम ही काफी है यहां के रुख को समझने के लिए… ये सिर्फ बागियों की धरती नहीं.. खांटी समाजवादी नेता और भारत पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सियासी जमीन रही है… पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के जीते जी इस सीट पर कभी भी भगवा नहीं फहराया था.. लेकिन इस चुनाव में उनके बेटे नीरज शेखर भाजपा की जीत की हैट्रिक लगे… इसके लिए दम भर रहे हैं… वहीं समाजवादी पार्टी अपने गढ़ को वापस पाने के लिए ब्राह्मण नेता सनातन पांडेय पर दांव लगाया है… वहीं बसपा ने यहां लल्लन यादव को टिकट देकर चुनावी माहौल को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है… तो चलिए आपको दिखाता हूं… क्या हैं बलिया के जातीय समीकरण और इस बार का माहौल..