Uttarkashi Tunnel Rescue: बचाव कार्य 15 दिनों तक भी खिंच सकता है, यह बात घटना(uttarkashi tunnel hadsa) से जुड़े एक शीर्ष अधिकारी ने कही। 12 नवंबर यानी दिवाली की सुबह में उत्तराखंड में 4.5 किलोमीटर लंबी सुरंग(uttarakhand surang) के ढह जाने के बाद से मजदूर इसमें फंस हैं। उन्हें पाइप के जरिए भोजन, पानी और दवाइयां दी जा रही हैं। सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने कहा कि अमेरिकी निर्मित ऑगर ड्रिलिंग मशीन, जो पहले से ही काम में है, अभी सबसे अच्छा विकल्प है और श्रमिक दो से ढाई दिनों के भीतर बाहर हो सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(pm modi) ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(cm pushkar singh dhami) को फोन कर निर्माणाधीन सुरंग(uttarkashi tunnel hadsa) में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों की जानकारी ली।