Sakshi Malik Resignation: रेसलर साक्षी मलिक (sakshi malik) द्वारा कुश्ती छोड़ने के ऐलान पर किसान नेता राकेश टिकैत (rakesh tikait) ने कहा कि उन्हें हार नहीं माननी चाहिए थी, क्योंकि निराशा में संन्यास (sakshi malik resigns) लेना कोई समाधान नहीं है. एक सफल पहलवान बनने में बहुत समय लगता है और उन्हें (sakshi malik) अपना कुश्ती करियर बरकरार रखना चाहिए थी. दरअसल, आंखों में आंसू लिए रियो ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडल विजेता साक्षी मलिक (sakshi malik) गुरुवार को बृज भूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) (wfi) के अध्यक्ष पद के चुनाव में जीत का विरोध करते हुए अपने कुश्ती के जूते टेबल पर रखे और कुश्ती (wfi) से संन्यास लेने की घोषणा की थी. यह भी पढ़ें- बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह (sanjay singh) बने कुश्ती संघ के अध्यक्ष, रेसलर साक्षी मलिक (sakshi malik speech) बोलीं- अगर वह फेडरेशन में रहे तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं