Kotputli Borewell Incident: चार दिन से चेतना के घर में चूल्हा नहीं जला. परिवार को कोई भी सदस्य कुछ नहीं खा पी रहा है. बच्ची की मां की तबीयत बिगड़ गई है. सोमवार से चेतना की मां ने कुछ नहीं खाया-पीया है. रोते-रोते उनकी हालत खराब हो गई है. बुधवार को पहुंचे डॉक्टरों ने चेतना की मां को ओआरएस का घोल पिलाया और जरूरी दवाइयां लिखी.कैमरे में बच्ची हरकतें नहीं दिखाई दे रही है. मौके पर डॉक्टर की टीम मौजूद है. बोरवेल में पाइप से ऑक्सीजन दी जा रही, बोरवेल में गिरी मासूम चेतना को 65 घंटे के लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है. इससे अब उसके परिजनों और ग्रामीणाों की उम्मीदें टूटने लगी है. रेस्क्यू ऑपरेशन के प्लान B के तहत अभी तक 160 फीट तक की खुदाई की जा चुकी है. अब दूसरी पाईलिंग मशीन से खुदाई की जा रही है. इसके साथ ही रेट माइनर टीम का भी रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग लिया जा रहा है. ऑपरेशन के दौरान जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल बुधवार रात को मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे अधिकारियों से पूरा अपडेट लिया.
Efforts on to rescue three-year-old girl from borewell in Rajasthan The girl, Chetna, fell into the borewell while playing in the agriculture farm of her father at Kitarpura in Sarund at around 3 pm on December 23. Frequent borewell accidents, including recent fatalities in Rajasthan and Madhya Pradesh, expose gaps in implementing the Supreme Court’s 2010 safety guidelines to prevent such tragedies.