Parliament Special Session:18 जनवरी 1927 को बनकर तैयार हुई पुरानी संसद भवन (Sansad Bhawan) की 18 सितंबर 2023 को विदाई हो गई है… पिछले 96 सालों में पुरानी संसद ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस और हंगामा देखा है… यह भवन पंडित नेहरु (Pandit Nehru), सरदार पटेल(Sardar Vallabhbhai Patel), भीमराव अम्बेडकर (Bhimrao Ambedkar) से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) तक के भाषणों का गवाह रहा है… इस भवन से आर्टिकल 370 (Article 370), जीएसटी (GST) जैसे कई बड़े कानूनों में बदलाव किए गए हैं… इस भवन ने साल 2001 में आतंकी अटैक भी देखा है… इस भवन से देश का एक भावनात्मक जुड़ाव रहा है… तो आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में ऐसा क्या हुआ की संसद भवन (Parliament) को बदलने की जरुरत पड़ी…
