
न्यायमूर्ति ओका ने इस बात पर जोर दिया कि न तो धार्मिक स्वतंत्रता और न ही लोकप्रिय भावना ऐसे कार्यों को उचित ठहरा सकती हैं, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य या पर्यावरण सुरक्षा को खतरे में डालते हैं। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कह सकता कि किसी धार्मिक उत्सव पर मुझे प्रदूषण फैलाने का अधिकार है।