राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwant) ने कहा कि अमेरिका (America) और चीन (China) के रास्ते पर चलकर नहीं बल्कि लोगों की स्थिति, परंपरा और संस्कृति के आधार पर भारत का विकास होगा। उन्होंने कहा कि अगर भारत चीन या अमेरिका जैसा बनने की कोशिश करता है तो यह उसका खुद का विकास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भारत का विकास उसकी दृष्टि, परिस्थितियों, लोगों की आकांक्षाओं, परंपरा, संस्कृति और जीवन के बारे में विचारों के आधार पर होगा।