महाराष्ट्र की राजनीति में सोमवार को जमकर हलचल हुई, जब आदित्य ठाकरे ने ताज़ा दावा किया कि महायुति सरकार के एक सहयोगी दल के 22 विधायक अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के लिए तैयार हैं। उनके अनुसार ये विधायक काफी समय से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के “सहयोग, फंडिंग और राजनीतिक दिशा-निर्देशन” के अधीन काम कर रहे हैं। ठाकरे ने चुनौती भी दी कि यदि सरकार सच में इतनी मजबूत है, तो फिर विपक्ष के नेता की नियुक्ति में देरी क्यों हो रही है।
