Mahakumbh 2025: मध्य प्रदेश के उज्जैन (Ujjain) निवासी राधे पुरी बाबा (radhe puri baba) ने 2011 से अपने दाहिने हाथ को निरंतर ऊपर उठाए रखते हुए तपस्या कर रहे हैं। उनका यह हठयोग विश्व कल्याण और आध्यात्मिक साधना का प्रतीक है। बाबा का मानना है कि इस तपस्या से आत्मशुद्धि और ईश्वर के प्रति समर्पण की भावना प्रबल होती है।