लेह में बुधवार को पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई और कम से कम 50 लोग घायल हो गए। लेह में भाजपा कार्यालय को भी आग लगा दी गई। हिंसा के बाद, लद्दाख की मांगों के समर्थन में पिछले 35 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने अपना अनशन समाप्त कर दिया। लेह प्रशासन ने एहतियात के तौर पर चार या अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह हिंसा केंद्र और लेह शीर्ष निकाय के बीच चार महीने के अंतराल के बाद 6 अक्टूबर को होने वाली वार्ता से पहले हुई। केंद्र के सूत्रों ने बताया कि सरकार चाहती थी कि वांगचुक को वार्ता से बाहर रखा जाए, क्योंकि वह वार्ता में बाधा बन रहे थे।