इज़रायल चौतरफा मोर्चों पर युद्ध की मार झेल रहा है. गाज़ा युद्ध के करीब 2 साल की वजह से इज़रायली सेना से लेकर अर्थव्यवस्था की कमर टूट चुकी है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इज़रायल के जो अपने थे, वो भी बेगाने होते हुए नज़र आ रहे हैं. इससे ये बात तो साफ हो गई कि इज़रायल इस जंग की कीमत कई मोर्चों पर चुका रहा है. इसी कड़ी में इज़रायल के केंद्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने अपनी एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके बाहर आते ही पीएम नेत्तन्याहू की नींद उड़ी हुई है. इस रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि साल 2023 में करीब 82,000 लोगों ने इज़रायल छोड़ दिया था. इस साल यानी 2025 में ये आंकड़ा बरकरार रह सकता है.
